Sushil Modi Passes Away: लोकसभा चुनावों के बीच भाजपा को एक बड़ा झटका लगा है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा के सीनियर लीडर सुशील मोदी का सोमवार शाम को निधन हो गया है. बिहार भाजपा अध्यक्ष व मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में सुशील मोदी के निधन की खबर सभी के साथ साझा की है. 72 वर्षीय सुशील मोदी पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे और उनका दिल्ली AIMS में इलाज चल रहा था. राज्य सभा सांसद सुशील मोदी का पार्थिव शरीर मंगलवार (14 मई) को सुबह 10 बजे दिल्ली से चार्टर प्लेन से पटना लाया जाएगा, जहां राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास में दर्शन के लिए रखा जाएगा. विधानसभा, विधानपरिषद में पुष्पांजलि के बाद उनके पार्थिव शरीर को भाजपा के प्रदेश मुख्यालय लाया जाएगा. इसके बाद शाम को गंगा किनारे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सुशील मोदी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत सत्ता और विपक्ष के सभी वरिष्ठ नेताओं ने शोक जताया है.
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।
— Samrat Choudhary (Modi Ka Parivar) (@samrat4bjp) May 13, 2024
यह बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है।
ॐ शांति शांति pic.twitter.com/IEyMeH2Htt
पिछले महीने ही दी थी सबको जानकारी
सुशील मोदी ने अपने कैंसर पीड़ित होने की जानकारी पिछले महीने ही सबसे साझा की थी. उन्होंने 6 अप्रैल को एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया था, जिसमें अपने छह महीने से कैंसर से जूझने की जानकारी दी थी. साथ ही कहा था कि अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा. उस समय यह जानकारी मिलने पर लोग चौंक गए थे.
पहली बार बने थे 1990 में विधायक
पटना में मोती लाल मोदी और रत्ना देवी के यहां 5 जनवरी, 1952 को जन्मे सुशील मोदी को बिहार का कद्दावर नेता माना जाता था. पटना साइंस कॉलेज से बॉटनी में ग्रेजुएशन करने वाले सुशील मोदी भी इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जयप्रकाश नारायण के आंदोलन की देन माने जाते हैं. पहली बार वे 1990 में विधायक का चुनाव जीते थे. इसके बाद 1995, 2000 में भी वह विधायक बने थे.
ये भी पढ़ें-Bihar में जमाई थी BJP की जड़ें, जानें Sushil Modi के बारे में हर बात
लालूराज की जगह नीतीशराज शुरू कराने में अहम थी भूमिका
बिहार में जब लालू प्रसाद यादव के RJD की जगह Nitish Kumar की JDU ने सरकार बनाई तो इसमें सुशील मोदी की अहम भूमिका रही थी. इसी कारण भाजपा नेतृत्व ने उन्हें ही बिहार सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर तैनात किया था. वे साल 2005 से लेकर 2013 तक बिहार के डिप्टी सीएम रहने के साथ ही वित्त मंत्री की भूमिका भी निभाते रहे.
GST पर सहमति बनाने में भी रहे आगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जब देश में टैक्स सिस्टम के सुधार के तौर पर GST लागू करने का निर्णय लिया तो इस पर राज्यों के बीच सहमति बनाने में भी सुशील मोदी की अहम भूमिका रही थी. आर्थिक मसलों पर सुशील मोदी की गहरी समझ के चलते उन्हें जीएसटी एम्पावर्ड कमेटी का चेयरमैन भी बनाया गया था.
दो बेटे और पत्नी हैं परिवार में
सुशील मोदी के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं. उनकी पत्नी जेस्सी ईसाई धर्म को मानने वाली हैं. वे प्रोफेसर हैं. सुशील के एक बेटे का नाम उत्कर्ष तथागत और दूसरे बेटे का नाम अक्षय अमृतांशु हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम Sushil Modi का निधन, भाजपा को Lok Sabha Elections 2024 के बीच बड़ा झटका