डीएनए हिंदीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में चूक पर दायर एक याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने अदालत की निगरानी में जांच की मांग की है. चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस सूर्यकांत और हेमा कोहली की तीन न्यायाधीशों की पीठ एक संगठन लॉयर्स वॉयस द्वारा दायर याचिका पर विचार कर सकती है.
सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को प्रधानमंत्री की इस यात्रा के मद्देनजर किये गये सुरक्षा उपायों से संबंधित रिकॉर्ड को सुरक्षित और संरक्षित रखने का निर्देश दिया था. याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक राज्य सरकार की ओर से एक जानबूझकर की गई चूक थी. इस गलती के लिए पंजाब सरकार के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा अलग-अलग गठित जांच समितियों को 10 जनवरी तक जांच का काम आगे न बढ़ाने को कहा था. हालांकि पीठ ने इस संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं दिया था, बल्कि संबंधित वकीलों को मौखिक तौर पर कहा था कि वे अदालत की भावनाओं से संबंधित अधिकारियों को अवगत कराएं.
याचिकाकर्ता ने पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक की व्यापक जांच की मांग की है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में इस तरह की घटना न हो. याचिका में सुरक्षा व्यवस्थाओं से संबंधित साक्ष्य को संरक्षित रखने, अदालत की निगरानी में जांच किये जाने तथा इस कथित चूक के लिए जिम्मेदार पंजाब सरकार के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई है.
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