डीएनए हिदीः उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने बुधवार को उदासी आश्रम के बजरंग मुनि दास (Bajrang Muni Das) को गिरफ्तार कर लिया. बजरंग मुनि दास ने कुछ दिनों बाद सीतापुर में कथित
तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए हिलाओं को "बलात्कार की धमकी" दी थी. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने बताया कि पुलिस ने उन्हें उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur) से गिरफ्तार किया है.
महंत बजरंग मुनि दास ने दिया था भड़काऊ भाषण
सीतापुर के खैराबाद कस्बे के महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासी आश्रम के महंत बजरंग मुनि दास ने 2 अप्रैल को कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था. भाषण का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है.
एक मस्जिद के बाहर दिए गए भाषण के दो मिनट के वीडियो में उन्होंने एक समुदाय को संदर्भित करने के लिए "जेहादी" शब्द का उपयोग किया था. वीडियो में वह धमकी देते दिख रहे हैं कि यदि इस समुदाय के किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी हिंदू लड़की को परेशान किया, तो वह खुद उनके धर्म की औरतों का बलात्कार करेंगे.
यह भी पढ़ेंः Hate Speech: महात्मा गांधी पर अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज को मिली जमानत, 3 महीने पहले हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस द्वारा उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के कुछ घंटों बाद शुक्रवार शाम को उन्होंने बयान के लिए माफी मांगते हुए एक वीडियो शेयर की. इस मामले में समाजवादी पार्टी ने बुधवार को सत्तारूढ़ भाजपा को 'भाईचारे का सबसे बड़ा दुश्मन' बताया है. पार्टी ने एक ट्वीट में पूछा, "पुलिस अभी भी खाली हाथ क्यों है? सरकार को जवाब देना चाहिए. आरोपियों पर बुलडोजर कब चलेगा? सीएम को बताना चाहिए.
यह भी पढेंः Bhagat Singh की फांसी पर डीयू स्टूडेंट्स का रिसर्च, जानें कौन से तथ्य आए सामने
अखिलेश यादव ने कहा -
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, "उप्र के मुख्यमंत्री जी से उप्र की जनता की ये अपेक्षा है कि जो लोग संतों का चोगा पहनकर, साधु-संतों का नाम बदनाम कर रहे हैं व इसकी आड़ में अपने आपराधिक कुकृत्य और जमीन हड़पने के अवैध कारनामों पर पर्दा डाल रहे हैं, ऐसे सामाजिक सौहार्द बिगाड़नेवाले तत्वों पर तुरंत कार्रवाई करें.
उप्र के मुख्यमंत्री जी से उप्र की जनता की ये अपेक्षा है कि जो लोग संतों का चोगा पहनकर, साधु-संतों का नाम बदनाम कर रहे हैं व इसकी आड़ में अपने आपराधिक कुकृत्य और ज़मीन हड़पने के अवैध कारनामों पर पर्दा डाल रहे हैं, ऐसे सामाजिक सौहार्द बिगाड़नेवाले तत्वों पर तुरंत कार्रवाई करें।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 13, 2022
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
- Log in to post comments