डीएनए हिंदी: जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव (Sharad Yadav) नहीं रहे. गुरुग्राम की फोर्टिस अस्पताल में गुरुवार (12 जनवरी) की रात उनका निधन हो गया. उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. छात्र राजनीति से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले शरद यादव अपनी बेबाक राय के लिए पहचाने जाते थे. उन्होंने कई बार महिलाओं के लेकर भी अपनी बात रखी थी जिनको लेकर काफी विवाद भी हुआ था.
'वोट की इज्जत, बेटी की इज्जत'
शरद यादव ने जनवरी 2017 में वोट को लेकर ऐसा बयान दिया था, जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था. उन्होंने कहा था, 'लोगों को यह बताना बेहद जरूरी है कि वोटिंग के दौरान पैलेट पेपर कैसे काम करता है. वोट की इज्जत आपकी बेटी की इज्जत से ज्यादा बड़ी होती है. अगर बेटी की इज्जत गई तो सिर्फ गांव और मोहल्ले की इज्जत जाएगी, लेकिन वोट एक बार गया तो देश और सूबे की इज्जत चली जाएगी.'
ये भी पढ़ें- Sharad Yadav Death: लालू के होकर भी क्यों नहीं हुए शरद यादव, शर्तों पर जीने की राजनीति में चुकाई कीमत
संसद में महिलाओं के रंग पर दिया था बयान
संसद में एक मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने बेबाक अंदाज में कहा था कि दक्षिण भारत में महिलाओं का रंग सांवला होता है, लेकिन वह सुंदर होती हैं. भारत के लोग गोरी चपड़ी के आगे सरेंडर कर देते हैं. शादी के विज्ञापनों में लिखा होता है, लड़की गौरी चाहिए.'
स्मृति ईरानी पर टिप्पणी
संसद में बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने जब शहद यादव पर सवाल उठाए तो उन्होंने ईरानी पर टिप्पणी करते हुए कहा था, 'मैं जानता हूं कि आप कौन हैं.' शरद यादव अपने मुद्दे बेबाकी से उठाते थे. लेकिन उनके उदाहरण उन्हें विवादों में डाल देते थे. यही कारण है कि वह ज्यादातर विरोधियों के निशाने पर रहते थे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
बेबाक राय के लिए पहचाने जाते थे शरद यादव, महिलाओं को लेकर भी किए थे कई कमेंट