डीएनए हिंदीः ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने के बाद मथुरा में शाही ईदगाह (Shahi Idgah) मस्जिद का मामला भी बढ़ता जा रहा है. शाही ईदगाह मामले में अब तक 10 से अधिक अलग-अलग याचिकाएं दाखिल की जा चुकी हैं. हिंदू पक्ष का दावा है कि जिस स्थान पर शाही ईदगाह मस्जिद है वो केशव देव का मंदिर है. अब कोर्ट में एक और याचिका दाखिल कर यहां नमाज रोकने की मांग की गई है.
'तुरंत रोकी जाए नमाज'
मामले में याची शैलेंद्र सिंह का कहना है कि शाही ईदगाह मस्जिद को मंदिर को तोड़कर बनाया गया है. यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों के प्रवेश पर बैन लगाया जाना चाहिए. इससे पहले अन्य याचिकाओं में मस्जिद को हटाने की मांग की गई है. हिंदू याचिकाकर्ताओं का दावा है कि अगर परिसर को सील नहीं किया गया तो गर्भगृह और अन्य पुरातात्विक मंदिर के अवशेष क्षतिग्रस्त या हटाए जा सकते हैं. इसमें कहा गया है कि मस्जिद की सुरक्षा में किसी अधिकारी की नियुक्ति की जाए.
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वीडियोग्राफी भी कराने की मांग
मनीष यादव ने याचिका दाखिल कर शाही ईदगाह का सर्वे कराने की मांग की थी. कोर्ट इस मामले की सुनवाई 1 जुलाई को करेगा. मनीष यादव का दावा है कि वो भगवान श्रीकृष्ण का वंशज हैं. याचिका में मांग की गई है कि किसी एडवोकेट कमिश्नर को नियुक्त करके शाही ईदगाह की वीडियोग्राफी कराई जाए और रिपोर्ट मांगी जाए.
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'श्रीकृष्ण का जन्मस्थान है शाही ईदगाह, तुरंत रोकी जाए नमाज', कोर्ट में नई याचिका दाखिल