डीएनए हिंदी: जलवायु परिवर्तन (Climate change) के चलते दुनिया का तापमान (World's Temprature incresing) तेजी से बढ़ रहा है. जलवायु परिवर्तन से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले देशों में भारत भी एक है. यह बात प्रोसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित एक शोध में सामने आई है. इस शोध के मुताबिक धरती पर जलवायु परिवर्तन से होने वाली जानलेवा गर्मी का सामना करने वाले आधे से ज्यादा लोग भारत में हैं. इसमें भारत के 50 शहरों के तापमान पर नजर रखी गई और नतीजों के तौर पर यह पाया गया कि इनमें से 17 शहरों का तापमान बहुत ज्यादा है. दुनिया में सबसे ज्यादा गर्मी झेलने वाले शहरों में दिल्ली (Scond Hottest City is Delhi) दूसरे पायदान पर है जबकि पहले स्थान पर बांग्लादेश की राजधानी ढाका है.
शहरों का बढ़ रहा है तापमान
जलवायु वेबसाइट एल डोराडो ने वर्ष 2019 में एक आंकड़ा जारी कर कहा था कि को मध्य भारत पृथ्वी के सबसे गर्म क्षेत्रों में से एक था. वेबसाइट के मुताबिक मध्य भारत के कुछ शहरों को दुनिया के 15 सबसे गर्म शहरों में शामिल किया गया था. दरअसल भारतीय शहरों की आबादी में बहुत ज्यादा इजाफा हुआ है. शहरों में बढ़ रही जनसंख्या को जरूरी सुविधा मुहैया कराने के लिए मकान, बाजार और सड़कों के निर्माण के क्रम में पेड़ काटे जा रहे हैं. जाहिर सी बात है कि इससे शहरों के तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. यही वजह है कि अब शहर को 'अर्बन हीट आइलैंड' या फिर 'हीट आइलैंड' कहा जाने लगा है.
शहरों के तापमान बढ़ने की यह है वजह
शहरों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी की वजह तारकोल की सड़कें और कंक्रीट के मकान की बढ़ रही इमारतें हैं. तारकोल की सड़कें और कंक्रीट के इमारतें ऊष्मा को अपने अंदर सोखती है और उसे दोपहर और रात में छोड़ती है. पहले से बसे महानगरों की तुलना में नए शहरों के तापमान में ज्यादा गति से तापमान बढ़ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक 2000 और 2001 में तापमान अप्रैल से जून के बीच उत्तर भारत में 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के करीब रहता था लेकिन अब यह बढ़कर 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.
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