Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिर तोड़कर जामा मस्जिद बनाए जाने के दावे से मचा बवाल शांत नहीं हो रहा है. मस्जिद का पुरातात्विक सर्वे कराने के निचली अदालत के आदेश के बाद जिले में भयंकर हिंसा हो चुकी है, जिसमें दंगाइयों और पुलिस के बीच हुई झड़प में 4 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं. अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. निचली अदालत के आदेश को जामा मस्जिद प्रबंधन कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी. उधर, संभल में हिंसा के बाद पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है. शुक्रवार को जुमे की नमाज पर एक बार फिर हिंसा भड़कने की आशंका के चलते सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात की गई है और ड्रोन कैमरे से निगरानी शुरू कर दी गई है. गुरुवार को मुरादाबाद के मंडलायुक्त ने संभल के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को साथ लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें हिंसा करने वालों को सख्त चेतावनी दी गई है. मंडलायुक्त ने साफ कहा है कि कोई हमें पत्थर मारेगा तो हम उस पर फूल नहीं बरसाएंगे.
संभल हिंसा के बाद अब क्या हो रहा है, 8 पॉइंट्स में पढ़ें इससे जुड़े सभी ताजा अपडेट-
1- मस्जिद कमेटी ने की है यथास्थिति कायम करने की मांग
निचली अदालत ने संभल जामा मस्जिद का कोर्ट कमिश्नर से सर्वे कराए जाने का आदेश दिया था. इसके बाद ही हिंसा भड़की थी. इस आदेश के खिलाफ मस्जिद प्रबंदन कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर सुनवाई के लिए टॉप कोर्ट तैयार हो गई है. यह सुनवाई शुक्रवार को होगी. मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट से निचली अदालत के आदेश पर रोक लगाते हुए यथास्थिति कायम रखने का निर्देश देने की मांग की है. मस्जिद का सर्वे कर चुके कोर्ट कमिश्नर की रिपोर्ट को सीलबंद कवर में रखने की मांग की गई है. साथ ही टॉप कोर्ट से ऐसा निर्देश देने का आग्रह किया गया है, जिसमें सभी पक्षों को सुने बिना आगे ऐसे किसी सर्वे का आदेश जारी नहीं करने की मांग की गई है. यह भी मांग की गई है कि किसी भी सर्वे जैसे आदेश पर कानूनी राहत के विकल्प आजमाने का मौका दिए बिना अमल नहीं होना चाहिए.
2- जुमे की नमाज से पहले पुलिस ने किया संभल की गलियों में फ्लैग मार्च
संभल में शुक्रवार को जुमे की नमाज पर फिर से हिंसा भड़कने का डर है. इसके चलते गुरुवार शाम को पुलिस का फ्लैग मार्च कराया गया है. मस्जिद की तरफ जितनी गलियां हैं, उन सभी में हथियारबंद पुलिस कर्मियों ने फ्लैग मार्च किया है. मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजन्य कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,' कल जुमे की नमाज को लेकर अधिकारियों के साथ पैदल मार्च किया गया है. हम पूरी चौकसी बरत रहे हैं और जरूरी कदम उठा रहे हैं. पीस कमेटी के साथ मिलकर मीटिंग की है. मुरादबाद मंडल के सभी जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है.
#WATCH संभल: एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, ज़िलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया और अन्य पुलिस अधिकारी ने कल होने वाली शुक्रवार की नमाज से पहले शहर में फ्लैग मार्च किया। pic.twitter.com/CNRy5AF6U6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2024
3- 'जुमे की नमाज के लिए जामा मस्जिद आएं कम लोग'
मंडलायुक्त ने कहा,'यदि आपको (मीडिया को) किसी तरह का भड़काऊ SMS मिल रहा है तो बताएं. जुमे का मतलब इबादत है. सभी वही करने आएंगे. लोगों के इबादत करने से हमें दिक्कत नहीं है. इसे शांतिपूर्ण तरीके से कराया जाएगा. अपनी फोर्स के अलावा बाहर से भी 16 कंपनी फोर्स आई है. स्टैंड बाय फोर्स भी है. सभी संवेदनशील जगहों पर पहरा लगाया गया है और निगरानी की जा रही है. डीएम-एसपी ने मस्जिद कमेटी से बात करके नमाज के लिए जामा मस्जिद में कम संख्या में लोगों के आने का आग्रह किया है. बाहर के लोगों के आने पर रोक रहेगी. सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है. हमारी कोशिश है कम से कम लोग आए. तीन लेयर की सुरक्षा लगाई गई है. चंदौसी कोर्ट में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है. जिन जगहों पर दो पक्ष आमने-सामने हो सकते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ाई गई है.'
4- हिंसा की जांच में अब तक 30 गिरफ्तार
मंडलायुक्त ने हिंसा को लेकर अब तक हुई जांच पर अपडेट दिया है. उन्होंने कहा,'जांच के लिए किसी भी बयान के आधार पर नहीं बल्कि मौजूद साक्ष्य के आधार पर बात कहेंगे. कल तक 27 लोग अरेस्ट थे और 3 को आज हिरासत में लिया गया है. कुल 11 FIR दर्ज हैं, जिनमें ये गिरफ्तारी हुई हैं. लोगों को भड़का रहे एक व्यक्ति का भी धारा 151 के तहत चालान करते हुए उसे जेल भेजा गया है. आज हिरासत में लिए गए तीनों लोगों पर भीड़ को उकसाने का आरोप है. उनकी ऐसी बातचीत ट्रेस की गई है, जिसमें यह स्वीकार किया गया है. इन 3 लोगों से पूछताछ मे कई बड़ी एवं एहम बाते सामने आई हैं. उन लोगों ने ही कुछ लोगों को चिन्हित किया है. हिंसा में शामिल 300 लोगों की पहचान अब तक की जा चुकी है, जिनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं. प्रशासन को निर्देश है कि तेजी से, लेकिन बिना किसी हड़बड़ी के कार्रवाई करे ताकि कोई निर्दोष ना फंसे. इसकी प्रोसेस जारी है.
#WATCH | Sambhal (UP) stone pelting incident | Divisional Commissioner of Moradabad Division, Aunjaneya Kumar Singh says, "...Four people have died, postmortem of four people have been done. There is no doubt about it. One person is under treatment in Moradabad. Whose bullet… pic.twitter.com/wXtiFN4V8O
— ANI (@ANI) November 28, 2024
5- महिला पत्थरबाज भी थीं भीड़ में, माइंड वॉश किया गया था लोगों का
मुरादाबाद मंडलायुक्त ने कहा कि पुलिस पर पत्थर बरसाने वालों में महिला पत्थरबाज भी शामिल थीं, जो ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हैं. एक जगह तो मैं खुद था, जहां एक उम्रदराज महिला को पत्थर मारने से मना करने भी उसने इस काम को अंजाम दिया. ये सभी लोग माइंड वॉश का शिकार थे. कुछ लोग इन्हें शामिल करते हैं और फिर एक कमेटी के साथ मिलकर लोगों का माइंड वॉश किया जाता है. आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनकी प्रॉपर्टीज अटैच की जाएंगी.
6- अभी इंटरनेट को बंद ही रखा जाएगा
मुरादाबाद मंडलायुक्त ने कहा कि फिलहाल संभल जिले में इंटरनेट बंद ही रखा जाएगा. अब तक हिंसा में 4 लोगों की ही मौत हुई है और उनके ही शव का पोस्टमार्टम हुआ है. एक वयक्ति का इलाज मुरादाबाद में चल रहा है. मरने वालों के यहां बाहर के लोग नहीं आए तो बेहतर है. वैसे भी नजदीक वाले ही जाते हैं. परंपरा का उल्लंघन बाहर से आने वाले क्यों करेंगे? उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों के आधार कार्ड की जांच जारी रहेगी. हम साक्ष्य के आधार पर बात कर रहे हैं. अगर कोई दोषी है तो उसकी जांच होगी. जो भी हमने अब तक कहा है वो प्रमाणिक है. किसी आरोप और बयान पर हम एक्शन नहीं लेंगे. मृतकों के परिवार के पास जाकर कोई कुछ भी बयान दे. उसके वीडियो या कही बातों पर हम नहीं जाएंगे.
7- सांसद और विधायक की भूमिका की जांच जारी
मंडलायुक्त ने कहा कि गोली किसने चलाई, इसकी जांच जारी है. सांसद के लिए तय प्रोसिजर के तहत जांच की जा रही है. साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. साक्ष्य के आधार पर जांच हो रही है. किसी को अभी बंद नहीं कर रहे हैं. विधायक के बेटे की भूमिका की वीडियो बनाई गई है और पूछताछ की जा रही है. मृतक के परिवार की तरफ से भी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं. बाहर से यहां कुछ लोग माहौल भड़काने के मकसद से ही आए थे. आरोपियों की प्रॉपर्टी अटैच करने का एक प्रावधान है. उसके तहत जरूरत पड़ने पर ऐसा बिल्कुल किया जाएगा. यदि हमारे ऊपर कोई पत्थर बरसाएगा तो हम फूल नहीं बरसाएंगे. कानून के दायरे में रहकर जो हमें करना चाहिए, वह करेंगे.
8- जमीयत देगी मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद
संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को जमीयत उलमा ए हिन्द ने आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे जमीयत चीफ मौलाना महमूद मदनी ने ऐलान किया कि सभी के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.
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संभल हिंसा पर कल 'सुप्रीम' सुनवाई, प्रशासन बोला- फूल नहीं बरसाएंगे, पढ़ें 8 अपडेट