डीएनए हिंदी: रूस-यूक्रेन जंग के बीच भारत सरकार लगातार वहां से अपने नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रही है. मंगलवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत के सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने खारकीव में भारतीय नागरिक की मौत पर गहरी पीड़ा जतायी है.
हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में खारकीव, सूमी और अन्य संघर्ष क्षेत्रों की स्थिति को लेकर भारत बहुत चिंतित हैं. उन्होंने बताया कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों का फोन आया था. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति से भी बात की.
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विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए अगले तीन दिनों में 26 उड़ानें निर्धारित की गई हैं. कल भारतीय वायुसेना का C-17 Globemaster विमान रोमानिया के लिए रवाना होगा.
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उन्होंने बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रेस्क्यू करने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा पोलैंड और स्लोवाक गणराज्य के हवाई अड्डों का भी उपयोग निकासी उड़ानों के संचालन के लिए किया जाएगा.
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विदेश सचिव ने बताया कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे. तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं.
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