डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध संकट की वजह से वैश्विक तनाव की परिस्थितियां बन गई हैं. भारतीय दूतावास ने बिगड़ते हालात देखकर यूक्रेन में रह रहे छात्रों से भारत या सुरक्षित जगह लौटने की अपील की है. यूक्रेन में करीब 20 हजार छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं.
दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
भारतीय दूतावास की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि यूक्रेन की मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारतीयों से स्वदेश लौटने की अपील है. सभी भारतीय नागरिक अस्थायी तौर पर स्वदेश या किसी सुरक्षित जगह पर लौट जाएंगे.भारतीय दूतावास ने कहा कि कीव में रह रहे भारतीय और खासकर छात्रों से अपील है कि अगर उनका वहां रहना बहुत जरूरी नहीं है तो वे वहां से वापस लौट सकते हैं.
Embassy of India in Kyiv asks Indians, particularly students whose stay is not essential, to leave Ukraine temporarily in view of uncertainties of the current situation#RussiaUkraineCrisis pic.twitter.com/4OqnlO8vMD
— OTV (@otvnews) February 15, 2022
यूक्रेन में बड़ी संख्या में मेडिकल छात्र
बता दें कि 20 हजार के करीब भारतीय छात्र यूक्रेन में पढ़ रहे हैं. यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई अमेरिका और यूरोपीय देशों से सस्ती है. भारत में मेडिकल की कम सीटें होने की वजह से बड़ी संख्या में छात्र यूक्रेन पढ़ने जाते हैं. मेडिकल के अलावा कुछ इंजीनियरिंग के छात्र भी हैं. अब तक मिली जानकारी के अनुसार ज्यादातर भारतीय छात्र पश्चिमी यूक्रेन में रह रहे हैं.
दक्षिण भारत के काफी छात्र यूक्रेन में
भारत के मेडिकल कॉलेजों में करीब में 88 हजार सीटें हैं, जबकि 8 लाख से ज्यादा बच्चे एग्जाम देते हैं. यूक्रेन में एडमिशन मिलना इतना मुश्किल नहीं है और वहां पढ़ाई भी तुलनात्मक तौर पर सस्ती है. यूक्रेन में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल से काफी छात्र पढ़ने जाते हैं. इसके अलावा पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान से भी अच्छी संख्या में छात्र पढ़ने जाते हैं.
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