डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को अब एक महीने से भी ज़्यादा हो गया है लेकिन स्थिति अभी तक नियंत्रण में नहीं है. भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोवस्की ने मौजूदा हालात पर चिंता जताई है. हमारे सहयोगी चैनल ज़ी न्यूज से बातचीत करते हुए उन्होंने भारत की भी सराहना की है. जानें उन्होंने इस संघर्ष को लेकर क्या कुछ कहा.
उन्होंने कहा, 'महीने से ज्यादा का समय बीत गया है और अभी वक्त बहुत खराब चल रहा है. पोलैंड के अलावा बाकी देशों ने भी रूस के हमले की निंदा की है. हम यूक्रेन को मदद दे रहे हैं. हम यूक्रेन को लडाई के लिए हथियार तो भेज ही रहे हैं वहां फंसे लोगों की मदद के लिए हम मानवीय सहायता भी लगातार वहां भेज रहे हैं.
पढ़ें: Ukraine: रिफ्यूजी कैंप में जंग के बीच जिंदगी की लौ, तस्वीरें देख नम हो जाएंगी आंखें
शरणार्थी संकट पर उन्होंने कहा, 'यूक्रेन पर हुए रूस के हमले के बाद वहां से अब तक 23 लाख लोग जान बचाकर हमारे देश पौलेंड में आ चुके हैं. हम उनको हर संभव मदद देने की कोशिश कर रहे हैं. यूक्रेन से आए बच्चे पहले दिन से पोलैंड के स्कूलों में दाखिल किए जा चुके हैं और वो हमारे देश के बच्चों के साथ मिलकर पढाई शुरू कर रहे हैं.
पोलैंड की मदद के बारे में उन्होंने कहा कि युक्रेन से भागकर यहां आए लोगों की पोलैंड की सरकार और समाज दोनों ही मदद कर रहा है. साथ ही, पोलैंड के रहने वाले यहां के नागरिक व्यक्तिगत तौर पर भी ऐसे लोगों की दिन रात मदद कर रहे हैं. खास तौर पर उनकी मेडिकल संबंधी और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं.
पोलैंड सरकार की भारतीयों की मदद के बारे में उन्होंने कहा कि आने वाले 43 लाख लोगों में करीब 5 हजार भारतीय नागरिक थे. भारतीयों नागरिकों को भारत तक पहुंचाने में पोलैंड और भारत सरकार ने साथ मिलकर मदद की ताकि हर भारतीय को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचा सकें.
पढ़ें: Ukraine War: मारियुपोल में रूसी सैनिकों की एंट्री, आम नागरिकों की हो रही मौत, तबाह हो रहा शहर!
पीएम मोदी के लिखे पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने हमारे राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर उनकी इस मदद के लिए उन्हे धन्यवाद कहा है. बुराकोवस्की ने कहा कि जिस तरह इस कठिन दौर में भारत और पौलेंड ने मिलकर एक दूसरे की मदद की है दोनो देशों के रिश्तों के बीच यह एक महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ गई है. इस समय में जैसे पोलेंड ने भारत की मदद की है . वैसे ही दूसरे विश्व युद्द के दौरान भारत ने भी पोलेंड की खुब मदद की थी. उस वक्त करीब 6 हजार पोलैंड के नागरिक भारत आए थे और यहां भारत के दो अलग अलग शहरों में बनाए कैंपों में उनको रहने के लिए जगह दी गई थी.
पोलैंड के राजदूत ने कहा, 'हम लोग स्थिर देश हैं, विकासशील देश हैं लेकिन रूस सिर्फ युद्ध कर रहा है और लोगों को मार रहा है. मैं तो एक लाइन में इतना ही कहना चाहता हूं कि Russian Agression has to Stop.यह बात भी हो रही है कि यूक्रेन के बाद अगला टारगेट पोलेंड हो सकता है. इस सवाल के जवाब में उन्होने साफ कहा कि हम तैयार हैं, हम मजबूत हैं और हम एकजुट हैं.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
- Log in to post comments
Exclusive: भारत में पोलैंड के राजदूत Adam Burakowski ने क्यों कहा भारत को शुक्रिया,जानें