डीएनए हिंदी: PM Modi in Parliament- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान करीब 2 घंटे तक विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की पोल खोलने का साथ ही मणिपुर से लेकर समूचे नॉर्थ-ईस्ट के मुद्दे पर उन्हें आइना भी दिखाया. पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा में हुए अपराधों को अक्षम्य बताया, लेकिन साथ ही कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा करना ही नहीं चाहता. उन्होंने विपक्ष के ऊपर चर्चा के नाम पर महज खेल करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कांग्रेस को उसके शासनकाल में नॉर्थ ईस्ट राज्यों में हुए कारनामे याद दिलाए. साथ ही कांग्रेस को 'नो-कॉन्फिडेंस' का अर्थ भी उसके कई दशक से कई राज्यों में सत्ता में नहीं लौट पाने का उदाहरण देकर समझाया.
आइए 8 पॉइंट्स में जानते हैं कि पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा और नॉर्थईस्ट को लेकर क्या कहा है.
1. मणिपुर हिंसा में महिलाओं से हुए अपराध अक्षम्य
पीएम मोदी ने मणिपुर में हिंसक हालात को लेकर दुख जताया. उन्होंने कहा, मणिपुर में अदालत का फैसला आने के बाद बनी परिस्थितियों के कारण हिंसा की शुरुआत हुई. इस दौरान मां-बहनों के साथ जो गंभीर अपराध हुए हैं, वे पूरी तरह अक्षम्य हैं. केंद्र और राज्य सरकार इन मामलों के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की कोशिश कर रही हैं.
2. जल्द उगेगा शांति का सूरज, फिर होगा मणिपुर का विकास
पीएम मोदी ने कहा, मणिपुर में जैसे प्रयास चल रहे हैं. उनसे जल्द ही शांति का सूरज जरूर उगेगा. मैं मणिपुर के लोगों, माता, भाइयों, बहनों को आश्वस्त करता हूं कि देश आपके साथ है. यह सदन पूरी तरह आपके साथ है. हम सब मिलकर इस चुनौती का समाधान निकालेंगे. मणिपुर दोबारा विकास की राह पर आगे बढ़ेगा.
3. मणिपुर हिंसा पर चर्चा के नाम पर खेल कर रहा विपक्ष
पीएम मोदी ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, विपक्ष का मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा का कोई इरादा नहीं है. ये केवल झूठ फैलाकर भाग जाने का काम जानते हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने कई बार कहा कि मणिपुर पर चर्चा करते हैं, लेकिन विपक्षी दल केवल हंगामा करते रहे और कभी चर्चा नहीं होने दी. पीएम मोदी ने कहा, मणिपुर की स्थिति पर देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कल दो घंटे तक बिना राजनीति के सारे विषय को विस्तार से समझा चुके हैं.
4. मणिपुर के उग्रवाद का समय याद दिलाकर कांग्रेस से पूछे 3 सवाल
पीएम मोदी ने कांग्रेस को वो समय याद दिलाया, जब मणिपुर उग्रवादी हिंसा से बुरी तरह जूझ रहा था. उन्होंने कहा, विपक्ष का दर्द सलेक्टिव है. वे राजनीति से परे सोच ही नहीं पाते. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके बाद मणिपुर हिंसा के दिनों को लेकर कांग्रेस से 3 सवाल पूछे.
- जब मणिपुर में सबकुछ उग्रवादी संगठनों की इच्छा के मुताबिक होता था, तब यहां किसकी सरकार थी?
- सरकारी ऑफिसों में महात्मा गांधी की तस्वीर लगाने की अनुमति नहीं मिली, तब मणिपुर में किसकी सरकार थी?
- जब स्कूलों में राष्ट्रगान की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था, तब मणिपुर में कौन सरकार चला रहा था?
5. मणिपुर ने दिए देश के लिए अनगिनत बलिदान
पीएम मोदी ने कहा, मणिपुर पूरी तरह भारतीय संस्कृति से परिपूर्ण रहा है. यहीं पर देश की सबसे पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खुली है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, स्वतंत्रता संग्राम और आजाद हिंद फौज, अनगिनत बलिदान देने वाला मणिपुर कांग्रेस की सरकार में अलगाव की बलि चढ़ गया.
6. मिजोरम में वायुसेना के हमले को लेकर पूछा कांग्रेस से सवाल
पीएम मोदी ने मिजोरम में 5 मार्च, 1966 को भारतीय नागरिकों पर वायुसेना से हमला कराने को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा, कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि जब वायु सेना से मिजोरम में असहाय नागरिकों पर हमला कराया गया, तो क्या यह किसी अन्य देश की वायु सेना थी? क्या मिजोरम के लोग मेरे देश के नागरिक नहीं थे? क्या उनकी सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी नहीं थी? आज भी पांच मार्च को पूरा मिजोरम शोक मनाता है. कांग्रेस ने इस सच को छिपाया, कभी घाव भरने की कोशिश नहीं की. इस वक्त इंदिरा गांधी पीएम थीं.
7. नॉर्थ ईस्ट है भारत के जिगर का टुकड़ा
विपक्षी दलों के उस आरोप पर भी पीएम मोदी ने पलटवार किया, जिसमें कहा गया था कि मोदी ने नॉर्थ ईस्ट को कभी देश का हिस्सा नहीं माना. उन्होंने कहा, हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट जिगर का टुकड़ा है. नॉर्थ ईस्ट के अलगाव के लिए कांग्रेस की राजनीति जिम्मेदार है. पीएम ने आरोप लगाया कि सौतेला व्यवहार कांग्रेस के DNA में रहा है.
8. कांग्रेस को याद दिलाई दो और घटनाएं
पीएम मोदी ने कांग्रेस को मिजोरम के अलावा दो और हमले याद दिलाए और कहा कि नॉर्थ ईस्ट की मौजूदा स्थिति कांग्रेस के कारण है. उन्होंने कहा, अकाल तख्त पर हमला सबको याद है, लेकिन ऐसे हमले पहले ही शुरू हो गए थे. उन्होंने कहा, 1962 में देश पर चीन का हमला हो रहा था. लोगों को मदद की आस थी, लेकिन ऐसी विकट घड़ी में पंडित नेहरू ने वहां के लोगों को भाग्य पर जीने के लिए छोड़ दिया था. मोदी ने समाजवादी पार्टी पर भी कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए निशाना साधा. उन्होंने कहा, जो लोग खुद को लोहिया का वारिस (सपा यह दावा करती है) कहते हैं. उन्हें याद दिला दूं कि लोहिया ने नेहरू पर जान बूझकर नॉर्थ ईस्ट का विकास नहीं करने का आरोप लगाया था. मोदी ने आगे कहा कि एक-दो लोकसभा सीट वाले राज्यों पर कांग्रेस का कभी ध्यान नहीं रहा, लेकिन हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट जिगर का टुकड़ा है, जिसकी प्रगति के लिए मैं जुटा हुआ हूं.
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'मणिपुर में जब राष्ट्रगान नहीं गाने देते थे, तब किसकी सरकार थी?' 8 पॉइंट में पढ़ें नॉर्थ ईस्ट पर क्या बोले PM Modi