डीएनए हिंदी: रूस-यूक्रेन युद्ध संकट के बीच भारत सरकार ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों के लिए 'ऑपरेशन गंगा' शुरू किया है. इस अभियान के तहत भारतीय स्टूडेंट्स को लेकर फ्लाइट लगातार इंडिया पहुंच रही हैं. विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने कहा है कि सरकार यूक्रेन से निकासी प्रक्रिया का पूरा खर्च उठाएगी.
यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत की उड़ानें रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से चल रही हैं. भारत यूक्रेन से फंसे भारतीयों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया के जरिए निकालने की सुविधा दे रहा है.
श्रृंगला ने कहा कि कीव में भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में स्थिति खराब होने से पहले कई निर्देशों को जारी किया था. हमारे 4000 नागरिक इन सलाहों के अनुसार संघर्ष से पहले ही चले गए थे. हमने अनुमान लगाया कि यूक्रेन में लगभग 15,000 नागरिक बचे हैं.
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अब तक 469 की सुरक्षित वापसी
'ऑपरेशनल गंगा' योजना के तहत यूक्रेन से 219 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की पहली फ्लाइट शनिवार शाम को बुखारेस्ट से मुंबई एयरपोर्ट पर उतरी थी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन में फंसे प्रत्येक भारतीय को वापस लाना है.
युद्ध प्रभावित यूक्रेन से अब तक कुल 469 भारतीय नागरिकों को निकाला गया है. जिनमें से 200 रविवार सुबह दिल्ली और 219 शनिवार शाम को मुंबई पहुंचे हैं. लगभग 240 भारतीयों के साथ एयर इंडिया की तीसरी उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हुई है. विशेष रूप से रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 198 भारतीयों को लेकर चौथी उड़ान रविवार को भारत के लिए रवाना हुई.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा चलाकर हजारों भारतीयों को घर वापस ला रही है. हमारे बेटे, बेटियां अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा. भारत सरकार उनके लिए दिन रात काम कर रही है. जहां भी परेशानी होती है हमने अपने नागरिकों को वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ते.
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15 हजार लोगों को सुरक्षित निकालेगी भारत सरकार, पूरा खर्च उठाएगी