डीएनए हिंदी: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना का अतीत उसका साध नहीं छोड़ रही है. जैसे ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिवसेना (UBT) के चीफ उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिहारी मजदूरों को लेकर शिवसेना के कथित अत्याचारों की बात याद दिला दी.
भारतीय जनता पार्टी की बिहार यूनिट ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात की बृहस्पतिवार को आलोचना की और उन्हें हिंदी भाषी प्रवासियों के खिलाफ शिवसेना की कथित ज्यादती की याद दिलाई.
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ठाकरे के दरबार में अर्जी लगाने पहुंचे नीतीश कुमार
नीतीश कुमार चुनाव से पहले राष्ट्रव्यापी विपक्षी एकता बनाने का अभियान चला रहे हैं. बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को पर कहा है कि वह उद्धव ठाकरे के दरबार में हाजिर हो रहे हैं.
शिवसेना ने किया बिहारियों का अपमान, अब जवाब दें नीतीश
सम्राट चौधरी ने कहा, 'नीतीश अपनी जदयू को एक जागीर की तरह चलाते हैं. अब बिहार के मुख्यमंत्री को राज्य के उन लोगों को जवाब देना चाहिए जो शिवसेना के हाथों अपमानित हुए हैं.
क्यों बिहारियों के उत्पीड़न में आता है शिवसेना का नाम?
बिहार के लोगों के खिलाफ शिवसेना के तेवर पहले ठीक नहीं रहे हैं. शिवसैनिकों के बिहारी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार की खबरें बेहद आम थीं. शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे खुद उत्तर भारतीयों के धुर विरोधी थे. वह मुंबई में बसने वाले उत्तर भारतीयों के खिलाफ गलत बयानी करते थे. उनके भतीजे राज ठाकरे का तेवर भी वैसा रहा है. यही वजह है कि बीजेपी नीतीश को इस मुद्दे पर घेर रही है.
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शिवसेना का अतीत भूले नीतीश, उद्धव से की मुलाकात, BJP ने बिहारियों के 'अपमान' की दिलाई याद