डीएनए हिंदी: 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा का अनावरण पीएम नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. इससे नेताजी का पूरा परिवार बहुत खुश है. नेताजी की बेटी अनीता बोस ने भी पिता से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात की है. उन्होंने कहा कि उनके पिता भारत की आजादी के लिए संघर्ष कर रहे थे और इसलिए उन्होंने दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात की थी.
हिटलर से मिले थे उसके विचारों से सहमत नहीं थे
नेताजी के हिटलर से मिलने के आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा, 'मेरे पिता हिटलर से मिले थे और उन्होंने मुसोलिनी से भी 2 बार मुलाकात की थी. इसका यह मतलब नहीं है कि वह तानाशाह के विचारों से सहमत थे या उसका समर्थन करते हैं. उनका लक्ष्य भारत को आजादी दिलाना था. वह चाहते थे कि जर्मनी, जापान और इटली भारत की आजादी के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करें.'
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अनीता ने परिवार के साथ संबंधों पर भी की बात
उन्होंने कहा कि नेताजी शरद से काफी क्लोज थे. उनके कुछ भाई अब नहीं रहे और कुछ को मैं जानती हूं. परिवार के कुछ लोगों को जानती हूं जबकि कुछ लोगों के बारे में मुझे ज्यादा कुछ पता नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के एक धड़े ने नेताजी की विरासत के साथ अन्याय किया है.
गुमनामी बाबा की थ्योरी को बताया गलत
नेताजी की मौत को लेकर कई तरह की अटकलें आज भी जारी हैं. उनकी मौत को लेकर गुमनामी बाबा के दावों की अक्सर बात की जाती है. नेताजी की बेटी ने गुमनामी बाबा के दावों को नकारते हुए कहा कि उनकी मौत विमान हादसे में ही हुई थी.
इनपुट: अदिति त्यागी
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