डीएनए हिंदी: नवजोत सिंह सिद्धू राजनीति का ऐसा नाम हैं जिनके बारे में कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता. कभी वह आम आदमी पार्टी और उसकी सरकारों की आलोचना करते हैं, तो कभी भगवंत मान को 'छोटा भाई' और ईमानदार बताकर तारीफ करने लगते हैं. इसी बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया है कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने जा रहे हैं. उनके इस ट्वीट पर यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं वह आम आदमी पार्टी से अपनी नजदीकियां बढ़ाने में तो नहीं लग गए हैं.
विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में किनारे कर दिए नवजोत सिंह सिद्धू अपनी बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. वह जिस पार्टी में रहते है, वही पार्टी उनके बयानों से परेशान रहती है. यही काम उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह और बाद में चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ भी किया. ऐसे में कांग्रेस ने भी अब उन्हें ज्यादा तवज्जो देना बंद कर दिया है.
अर्थव्यवस्था को उबारने का मुद्दा या खालिस राजनीति?
नवजोत सिंह सिद्धू वैसे तो आम आदमी पार्टी की जमकर आलोचना करते हैं. तमाम मुद्दों पर वह भगवंत मान की सरकार को घेरते भी हैं, लेकिन उनके हालिया ट्वीट ने कुछ अलग ही संकेत दिए हैं. उन्होंने रविवार को किए अपने ट्वीट में लिखा है, 'कल शाम 5:15 बजे चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करूंगा. सीएम से पंजाब की अर्थव्यवस्था को उबारने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करूंगा. पंजाब को ईमानदार और संयुक्त प्रयास से ही पुनर्जीवित किया जा सकता है.'
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सिद्धू ने कांग्रेस में रहते हुए भी कई बार कहा था कि वह पंजाब के मुद्दे पर अडिग हैं. जब कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाया गया लेकिन सिद्धू सीएम नहीं बने तब भी उन्होंने कहा कि सीएम कोई भी वह पंजाब के मुद्दों के लिए काम करते रहेंगे. कुछ दिन पहले भगवंत मान की तारीफ करते हुए सिद्धू ने कहा था, 'भगवंत मान बेहद ईमानदार व्यक्ति हैं. मैंने कभी उनपर उंगली नहीं उठाई. अगर वह पंजाब के लिए लड़ते हैं, तो उनको मेरा समर्थन है. मैं पार्टी लाइन से हटकर उनका साथ दूंगा.'
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क्या AAP ही है सिद्धू का एकमात्र विकल्प?
अब अचानक पंजाब के सीएम भगवंत मान से सिद्धू की मुलाकात को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है. राजनीतिक में कहा भी जाता है कि अक्सर जो परदे पर दिखाया जाता है, वो सच से काफी अलग होता है. इसीलिए कहा जा रहा है कि सिद्धू भले ही इसे अर्थव्यवस्था का मुद्दा बता रहे हों, लेकिन यह राजनीतिक भी हो सकता है. ऐसा इसलिए भी है कि पंजाब कांग्रेस में सिद्धू के लिए ज्यादा कुछ बचा नहीं है, जबकि आने वाले समय में आम आदमी पार्टी के पास राज्यसभा सीट ज़रूर है.
अगर सिद्धू सचमुच कांग्रेस छोड़ते हैं, तो आम आदमी पार्टी ही उनके लिए विकल्प हो सकती है, क्योंकि बीजेपी छोड़कर ही वह कांग्रेस में आए थे. नवजोत सिंह सिद्धू भी जानते हैं कि बीजेपी से ज्यादा महत्व उन्हें AAP में मिलेगा. दूसरी तरफ, AAP भी लंबे समय से सिद्धू को अपने पाले में लाने के प्रयास करती रही है.
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Bhagwant Mann की तारीफ के बाद अब मुलाकात भी करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, AAP में होंगे शामिल?