डीएनए हिंदीः स्मार्टफोन के इस जमाने में लैंडलाइन किसी बीते जमाने की सी बात लगती है. फिर भी अभी कई घरों में जब लैंडलाइन की ट्रिन-ट्रिन सुनाई देती है तो उस जमाने का सुकून भी वापस लौटने लगता है. हालांकि अब इस सुकून की वापसी कम होती जा रही है. मुंबई शहर से आई एक रिपोर्ट के अनुसार लैंडलाइन कनेक्शन में बीते दो सालों के दौरान काफी गिरावट देखी गई है. शहर के ज्यादातर लोग अब लैंडलाइन कनेक्शंस को सरेंडर कर रहे हैं.
रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों को देखें तो ऐसा लगता है जैसे सेलफोन के इस जमाने में मुंबई के लाखों लोगों ने फिक्स फोन कनेक्शन यानी लैंडलाइंस को अलविदा कह दिया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में बीते नौ सालों में साढ़े सात लाख कनेक्शन कटवाए जा चुके हैं. अप्रैल 2021 तक शहर में 14.8 लाख MTNL कनेक्शन एक्टिव थे.
30 नवंबर तक मुंबई में नए लैंडलाइन कनेक्शन के लिए सिर्फ 2535 एप्लीकेशन ही मिली थी. लैंडलाइन फोन कनेक्शन में ये कमी 2014-15 में शुरू हुई. इसी दौरान एमटीएनएल के पास नए कनेक्शन की संख्या कनेक्शन कटवाने की संख्या के आगे काफी कम रह गई. साल 2020-21 में ये ट्रेंड काफी बढ़ गया. इस दौरान 1.16 लाख यूजर्स ने कनेक्शन सरेंडर किए तो सिर्फ 3998 लोगों ने नए कनेक्शन के लिए अप्लाई किया.
आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली को मिली जानकारी के अनुसार बीते दो सालों में जहां 1.9 लाख लोगों ने लैंडलाइन को सरेंडर किया है वहीं सिर्फ 6533 लोगों ने नए कनेक्शन के लिए अप्लाई किया है. ये आंकड़ा अपने आप में काफी है ये बताने के लिए अब लोगों का मोह लैंडलाइ फोन से कम हो रहा है और स्मार्टफोन पर उनकी निर्भरता बढ़ती जा रही है.
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