डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों पार्टियों के विधायकों ने 'राम चरित मानस से सामाजिक विकास' (Ramcharitmanas Se Samajik Vikas) कोर्स में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है. एक वर्षीय डिप्लोमा को करने के लिए विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने विधायकों से अपील की थी.
देश में मुखर तौर पर हिंदुत्व (Hindutva) की राजनीति भारतीय जनता पार्टी करती है. कांग्रेस पार्टी साल 2018 से ही सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति पर आगे बढ़ रही है. हैरान करने वाली बात ये है कि दोनों पार्टियों के विधायकों ने इस कोर्स में रुचि नहीं दिखाई है.
एनडीटीवी से हुए एक इंटरव्यू में राज्य के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा, 'मैंने कम से कम दो बार विधायकों से अपील की है कि वे ओपेन यूनिवर्सिटी की ओर से चलाए जा रहे इस पाठ्यक्रम का लाभ लें लेकिन कोई भी इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. मैं केवल अपील कर सकता हैं क्योंकि वे पहली कक्षा के छात्र नहीं हैं जिन्हें उनके अभिभावक कॉलेज जाने के लिए बाध्य कर सकते हैं. वे बड़े और बुद्धिमान लोग हैं. मैं केवल आग्रह कर सकता हूं. मैं आग्रह करना जारी रखूंगा.'
क्या है पाठ्यक्रम की खासियत?
भोज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जयंत सोनवलकर के मुताबिक इस पाठ्यक्रम में अयोध्या शोध संस्थान (यूपी) के सहयोग से तैयार किया गया है. पाठ्यक्रम में शामिल सामग्री शोध आधारित है. भौतिक शास्त्र, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान के कई अध्याय इस पाठ्यक्रम में शामिल हैं जो धार्मिक ग्रंथ की चौपाइयों और दोहे में छिपे हुए हैं. किसी विधायक ने इस पाठ्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया है.
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