Parliament News: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को राज्य सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा निशाना साधा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोल रहे खरगे ने कहा,'प्रधानमंत्री ने इसी राज्य सभा में कहा था कि एक अकेला सब पर भारी, लेकिन आज कितने लोग एक अकेले पर भारी हैं. चुनावी नतीजे ने देश के संविधान और जनता को सब पर भारी बता दिया है. जनता ने सरकार का अहंकार तोड़ दिया. हमने पिछली सरकार के 17 मंत्री हराए, लेकिन ये हमें घमंडी कहते हैं. 2024 के चुनाव ने सबका अहंकार तोड़ा है. जनता ने दिखा दिया कि अहंकार की भाषा की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है.' खरगे ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को पुराना और घिसा-पिटा बताया. उन्होंने कहा कि संसद का अहम हिस्सा राष्ट्रपति भी हैं. जनवरी में उनका पहला भाषण था और अब दूसरा जून में पहले भाषण की कॉपी था. इसमें दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्ग के लिए कुछ भी नहीं था. ना इसमें कोई विजन था और ना ही दिशा. बस पिछली बार की तरह सरकार की तारीफ ही भरी हुई थी. खरगे के इतना कहने पर सदन में हंगामा हो गया. सत्ता पक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद उप सभापति जगदीप धनखड़ को उन्हें टोकना भी पड़ा.
'किसानों पर जीप चढ़ाने वाले मंत्री खुद रौंद दिए गए'
मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनावों का जिक्र करते हुए इन्हें अहंकार तोड़ने वाला बताया. उन्होंने कहा,'किसानों को जिस मंत्री ने जीप से रौंदा, उसे जनता ने ही रौंदकर खत्म कर दिया. एक शायर ने कहा था कि कभी घमंड मत करना, तकदीर बदलती रहती है, शीशा वही रहता है, तस्वीर बदलती रहती है. आप हमें घमंडी बोलते थे, अरे आपका घमंड खुद टूट गया. पिछली सरकार के 17 मंत्री हार गए. आज आपको 400 पार का नारा नहीं लगाना पड़ेगा. 200 पार भी बड़ी मुश्किल से आए हैं.
'हमने किसानों-पेपरलीक की बात की तो मोदी जी भैंस-मंगलसूत्र और मुजरे पर अटके रहे'
खरगे ने कहा,' पीएम मोदी स्लोगन देने में माहिर हैं. विपक्ष 10 साल से स्लोगन देने के बजाय आपको काम करने के लिए कह रहा है. हम किसानों की बात करते हैं तो मोदी जी भैंस खोलकर ले जाने की बात करते हैं. हम पेपरलीक की बात करते हैं तो वे मंगलसूत्र पर अटक जाते हैं. हम रोजगार का मुद्दा उठाते हैं तो वे मन की बात करने लगते हैं. आप स्लेगन मत दीजिए, काम कीजिए.'
'झूठ बोलने और लोगों को बांटने वाले पीएम'
खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर समाज को बांटने की कोशिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा,'पहली बार लोगों का बांटने और झूठ बोलने का काम हो रहा है. कम्युनिकेशन के जरिए झूठी खबर फैलाई जा रही है. पीएम ने समाज को बांटने का काम किया. उनकी कही बातों से देश शर्मसार हुआ है. पीएम ने जो बातें कही, वे नफरत फैलाती हैं. ऐसे पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया. मोदी जी, सत्ता आती है जाती है पर उसके लिए देश को बांटने वाली बात नहीं करनी चाहिए.'
'संविधान बचेगा तभी चुनाव होगा'
खरगे ने कहा,'लोकसभा चुनाव 2024 पहले चुनाव हैं, जिनमें संविधान मुद्दा बना है. वो बचेगा, तभी चुनाव होंगे. ऐसे लोगों को संविधान के नारे में भी दिक्कत है. आप संविधान के विपरीत काम करते हैं. विपक्षा को दरकिनार करते हैं.' खरगे ने संसद परिसर से मूर्तियां हटाए जाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा,'हमने कहा था कि मूर्तियों का अपमान मत करो. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान निर्माता बाबा साहब, छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्तियां पीछे हटा दी गई. इनका अपमान 50 करोड़ एससी-एसटी, दलित-वंचित, अल्पंसंख्यकों का अपमान है. मूर्तियों की एक कमेटी होती है, जिसमें विपक्षी नेता भई होते हैं. आपने इस कमेटी की मीटिंग के बिना ही सब तय कर लिया.'
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