Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में एक-दूसरे को टक्कर दे रही भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच मध्य प्रदेश में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव का पर्चा चुनाव अधिकारी ने रद्द कर दिया है, जिससे यहां से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की जीत पक्की हो गई है. इसके चलते विपक्षी दलों ने नामांकन रद्द होने में किसी तरह का खेल होने का आरोप लगाया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे साफतौर पर लोकतंत्र की हत्या बताया है. साथ ही प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं.
I.N.D.I.A ब्लॉक के लिए है करारा झटका
खजुराहो सीट पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारते हुए I.N.D.I.A ब्लॉक के कोटे से सपा को कैंडीडेट उतारने का मौका दिया था. सपा ने यहां से मीरा यादव को टिकट दिया था. पन्ना जिले के कलेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि मीरा कुमार का नामांकन रद्द कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने फॉर्म के साथ वेरीफाइड वोटर लिस्ट नहीं लगाई थी और अपने हस्ताक्षर भी नहीं किए थे. इसलिए फिलहाल उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया है. सपा उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने से इस सीट पर I.N.D.I.A ब्लॉक की चुनौती खत्म हो गई है, जो गठबंधन के लिए करारा झटका माना जा रहा है. इससे लोकसभा चुनाव 2019 में भी यहां भारी अंतर से जीते वीडी शर्मा के लिए चुनावी वॉकओवर जैसी स्थिति बन गई है.
अखिलेश यादव ने कही है ये बात
खजुराहो सीट पर सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव बेहद नाराज हैं. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पहले ट्विटर) पर इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग की है. अखिलेश ने लिखा, 'इंडिया ब्लॉक की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का खजुराहो सीट से नामांकन रद्द करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है. हस्ताक्षर नहीं थे तो अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों? ये हार चुकी भाजपा की हताशा के बहाने हैं. कोर्ट के कैमरे के सामने छल करने वाले पीठ पीछे फार्म मिलने के बाद क्या-क्या साज़िश रचते होंगे? भाजपा बात ही नहीं काम में भी झूठी है और समस्त प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी है. इस घटना की भी न्यायिक जांच होनी चाहिए. किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है.
भाजपा का गढ़ रही है खजुराहो सीट
खजुराहो लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ रही है. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती इस सीट से 4 बार जीती हैं, जबकि महज एक बार उन्हें हार मिली थी. हिंदू और जैन मंदिरों के करीब 6 वर्ग किलोमीटर में फैले समूहों के कारण खजुराहो पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. साल 2019 में यहां भाजपा के मौजूदा कैंडीडेट व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस की कविता सिंह को करीब 5 लाख वोट के अंतर से हराया था, जबकि साल 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नागेंद्र सिंह ने कांग्रेस के राजा पटेरिया को करीब 2.47 लाख वोट से हराया था. साल 2019 में यहां सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल तीसरे स्थान पर रहे थे, लेकिन उन्हें महज 40 हजार वोट ही मिली थी.
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Khajuraho सीट पर सपा कैंडीडेट का पर्चा रद्द, Akhilesh Yadav बोले 'सरेआम लोकतंत्र की हत्या'