Lok Sabha Elections 2024: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) से पहले भाजपा (BJP) की तरफ से पूरा जोर लगाए जाने के बीच ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी अपना दांव खेल दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में अगले महीने राम नवमी (Ram Navami) के मौके पर सरकारी अवकाश का ऐलान किया है. पश्चिम बंगाल में पहली बार राम नवमी की छुट्टी को सरकारी कैलेंडर का हिस्सा बनाया गया है. ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने रविवार को कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में विशाल जनसभा का आयोजन कर रखा है. इस जनसभा से ममता पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने जा रही हैं. इससे ठीक पहले छुट्टी का ऐलान किया गया है. माना जा रहा है कि ममता बनर्जी ने यह 'हिंदू कार्ड' बंगाल में हिंदू-मुस्लिम वोट के ध्रुवीकरण की आस कर रही भाजपा की उम्मीदों पर पानी फेरने के लिए खेला है.
जारी कर दी गई है छुट्टी की अधिसूचना
ममता बनर्जी की सरकार ने शनिवार को राम नवमी के मौके पर सरकारी छुट्टी रहने का ऐलान किया. इसके साथ ही नवान्न ने इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी है. राज्य सरकार ने घोषणा की है कि राम नवमी के त्योहार वाले दिन आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे.
West Bengal Government declared 17 April, 2024 as a public holiday on the occasion of Ram Navami. pic.twitter.com/JSuyHQEJnM
— ANI (@ANI) March 9, 2024
हिंदू वोटबैंक हो सकता है इससे प्रभावित?
राम नवमी का त्योहार अगले महीने 17 अप्रैल को है. अब तक सामने आ रही संभावनाओं के लिहाज से भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission Of India) ने इसी तारीख के आसपास से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Polls 2024) का आगाज करने की तैयारी की है. हालांकि आधिकारिक तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं की गई है. ऐसे में ममता बनर्जी का राम नवमी पर छुट्टी देना पश्चिम बंगाल में उनसे टूटकर भाजपा की तरफ खिसक रहे हिंदू वोटबैंक की एकबार फिर TMC के खेमे में वापसी करा सकता है. हालांकि भाजपा सांसद शमिक भट्टाचार्य ने कहा है कि चुनाव से पहले ऐसी घोषणा क्यों होती हैं? लोग यह बात खूब समझते हैं. वे मूर्ख नहीं हैं.
राम नवमी पर होती रही है हिंसा
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ सालों से राम नवमी के मौके पर कई इलाकों में हिंसा होती रही है. पिछले साल भी रिसड़ा और हावड़ा में हिंसा हुई थी. भाजपा इस हिंसा के सहारे ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधती रही है. भाजपा इस हिंसा के बहाने TMC की सरकार को हिंदू विरोधी और मुस्लिम समर्थक साबित करने की कोशिश करती रही है. इसका असर भी राज्य में दिखाई दिया है. भाजपा नंबर-1 पार्टी भले ही ना बन सकी हो, लेकिन राज्य में दूसरे नंबर की मजबूत पार्टी जरूर बन गई है. ऐसे में ममता बनर्जी का यह कदम उसकी चाल पर अंकुश लगाने की कोशिश भी लग रहा है.
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अब Mamata Didi भी बोलीं जय सिया राम, Ram Navami पर किया छुट्टी का ऐलान