डीएनए हिंदी: भारत सरकार के प्रोजेक्ट चीता (Project Cheetah) के तहत नामीबिया से लाए गए चीतों की मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park Cheetah) में लगातार मौत हो रही है. पिछले 70 साल में पहली बार भारत में जन्मे चार में तीन चीता शावकों की हाल ही में मौत हुई है. ऐसे में वन विभाग चीतों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क दिख रहा है और उन्हें बचाने के प्रयास युद्ध स्तर पर किए जा रहें हैं. वहीं मध्य प्रदेश के ही श्योपुर के गांव में चीतों की सलामती के लिए सुंदरकांड से लेकर हनुमान चालीसा और महामृत्युंजय मंत्रों का जाप किया गया.
दरअसल, पिछले दो हफ्तों में तीन चीतों और तीन शावकों की मौत हो चुकी है. वहीं एक शावक अभी भी गंभीर रूप से बीमार है. चीतों की मौतों और स्वास्थ्य को लेकर मध्य प्रदेश सरकार भी काफी परेशान है. बचे हुए चीतों को सुरक्षित रखने के लिए इलाके के ग्रामीण अब भगवान से मिन्नतें करने लगे हैं. ग्रामीण चीतों के स्वास्थ्य के लिए महामृत्युजय और सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने किया हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ
रिपोर्ट के मुताबिक श्योपुर कराहल तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में चीतों की सुरक्षा के लिए पूजा पाठ किया गया. यहां गंभीर रूप से बीमार चल रहे नन्हे शावक की सेहत में जल्द सुधार की कामना भी की गई. भक्तों ने इस दौरा हवन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप, सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया.
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सुरक्षित रहें सभी चीते
इस मौके पर लोक कलाकार एवं चीता मित्र गिरिराज पालीवाल ने बताया कि मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में ग्रामीण एकत्रित होकर अपनी-अपनी श्रद्धानुसार, हवन और पूजा अर्चना कर रहे हैं. लगातार तीन चीतों और मादा चीता ज्वाला के तीन शावकों की मौत के बाद सभी ग्रामीण लोग दुखी हैं. लोग यह भी प्रार्थना कर रहे हैं कि पार्क में बचे बाकी चीते पूरी तरह सुरक्षित रहें.
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Kuno में चीतों की सलामती के लिए हो रहा पूजा-पाठ, सुंदरकांड से लेकर महामृत्युंजय तक का हुआ जाप