Bangladesh Hindu Attacks: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हिंसा और उनके मंदिरों व देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ से भारत में रोष भड़कता जा रहा है. इसके चलते गुरुवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देर रात हिंदू संगठनों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हो गई. यह हिंसक झड़प उस समय हुई, जब कोलकाता पुलिस ने बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन का घेराव करने के लिए प्रोटेस्ट मार्च निकाल रहे हिंदू संगठनों को रोकने की कोशिश की. इस झड़प में एक पुलिसकर्मी का सिर फूट गया है, जबकि हिंदू सगठनों के भी कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. इस झड़प का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
पहले ही की गई थी प्रोटेस्ट मार्च की घोषणा
हिंदू महासभा और बंगिया हिंदू जागरण मंच लगातार बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ चल रही हिंसा और भेदभाव का विरोध कर रहे हैं. इन संगठनों ने गुरुवार शाम को कोलकाता में बांग्लादेश डिप्टी हाई कमीशन का घेराव करने का ऐलान किया था. कोलकाता पुलिस ने ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी थी. इसके बावजूद देर शाम सैकड़ों लोगों ने हिंदू महासभा के नेतृत्व में पैदल मार्च शुरू कर दिया. इसी दौरान चौरंगी इलाके में डिप्टी हाई कमीशन के पास पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिस पर भीड़ में उत्तेजना फैल गई. भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई, जिसमें पुलिसकर्मियों के लाठियां फटकारने पर स्थिति और ज्यादा भड़क गई. इसी दौरान भीड़ की तरफ से किए गए पथराव में एक पत्थर पुलिसकर्मी के सिर में आकर लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया है.
#WATCH | Kolkata, West Bengal | A police personnel got injured while a scuffle broke out between the police and members of Hindu Mahasabha.
— ANI (@ANI) November 28, 2024
Members of Hindu Mahasabha are marching towards Bangladesh's deputy high commission protesting against the ongoing atrocities against… pic.twitter.com/K9V8i4eNCh
पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना ने भी किया हिंदुओं से हिंसा का विरोध
उधर, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भारत में रह रहीं पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी अपने देश में हिंदुओं से हिंसा का विरोध किया है. उनकी पार्टी अवामी लीग ने अपनी वेबसाइट पर हसीना का बयान पब्लिश किया है, जिसमें शेख हसीना ने बांग्लादेश में हिंदू समूह सम्मिलिता सनातनी जोत के नेता एवं इस्कॉन ट्रस्ट के सचिव रहे चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग की है. शेख हसीना ने यूनुस सरकार पर अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की रक्षा करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया है.
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कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ प्रोटेस्ट में बवाल, हिंदू महासभा से भिड़ी पुलिस, एक पुलिसकर्मी का सिर फूटा