डीएनए हिंदी: हाल ही में 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख एवं खालिस्तान समर्थक (Khalistani Supporter Amritpal Singh) अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर ने असम की डिब्रूगढ़ जेल में उससे मुलाकात की है. अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर ने कहा कि अमृतपाल सिंह अन्य कैदियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल (Assam Dibrugarh Jail) में भूख हड़ताल पर है. किरणदीप कौर ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार डिब्रूगढ़ जेल से उन्हें फोन करने की अनुमति नहीं दे रही है. जेल का खाना खाने लायक नहीं है. इतना ही नहीं, उन्होंने जेल में टेलिफोन की सुविधा देने की मांग की है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक डिब्रूगढ़ जेल के करीब 10 कैदियों के भूख हड़ताल पर जाने के बाद डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में हड़कंप मच गया है. जेल प्रशासन कैदियों को हड़ताल खत्म करने की अपील कर रहा है. वहीं पति से मिलकर लौटी पत्नी किरणदीप कौर ने भी ऐलान किया है कि वह भी अपने पति के समर्थन में भूख हड़ताल करेंगी. अृतपाल को पंजाब पुलिस ने 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. बता दें कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत केस दर्ज है. 

यह भी पढ़ें- तमिलनाडु में बर्खास्तगी और बहाली का ड्रामा, राज्यपाल ने क्यों वापस लिया सेंथिल बालाजी पर अपना फैसला

खराब सुविधाओं का किया विरोध

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर ने बताया कि उसके पति अमृतपाल सिंह और उसके 9 सहयोगियों ने भूख हड़ताल कर दी है. उसने बताया कि डिब्रूगढ़ जेल में वे लोग खराब सुविधाओं के कारण भूख हड़ताल पर बैठे हैं. किरणदीप ने बताया कि वह इस हफ्ते अमृतपाल से मिलने डिब्रूगढ़ जेल पहुंची थी, तब उसे इस बात की जानकारी हुई. 

फोन करने की नहीं है इजाजत

बता दें कि अमृतपाल सिंह की पत्नी ब्रिटेन की नागरिक है. इस हफ्ते अपने पति से मुलाकात करने के बाद अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर ने दावा किया कि उनके पति और उनके समर्थकों को फोन करने की इजाजत नहीं है. उन्हें खाने के लिए खराब खाना दिया जा रहा है. उन्होंने यह भी शिकायत की कि जिस व्यक्ति पर खाना पकाने की जिम्मेदारी है, वह तंबाकू का सेवन करता है. यह सिख रहत मर्यादा के खिलाफ है.

किरणदीप कौर SGPC सदस्य हैं. किरणदीप ने अपने पति समेत 10 एनएसए बंदियों को जेल से उनके परिवारों और उनके वकीलों को फोन करने की अनुमति नहीं देने के लिए पंजाब सरकार को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा, "अगर हिरासत में लिए गए लोगों को कॉल करने की अनुमति दी जाती है, तो इससे उनके परिवार के सदस्यों को डिब्रूगढ़ जेल की यात्रा के खर्च में 20,000 रुपये से 25,000 रुपये की अनुमानित राशि की बचत होगी. 

यह भी पढ़ें- Tina Dabi बनने वाली हैं जल्द ही मां, IAS अफसर ने मांगी राजस्थान सरकार से मैटरनिटी लीव

खाना की क्वालिटी पर भड़का गुस्सा 

बताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह और उनके साथ जेल के खाने से परेशान है. वहीं इस मामले में डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल के सूत्रों ने कहा कि अमृतपाल सिंह पिछले सप्ताह से कम से कम 4-5 बार अपना भोजन छोड़ रहे हैं और उन्होंने जेल में दिए जाने वाले भोजन की "खराब गुणवत्ता" के बारे में शिकायत की है. 

यह भी पढ़ें- व्लादिमीर पुतिन ने PM Modi की तारीफ में पढ़े कसीदे, रूस में लागू करना चाहते हैं भारत का यह मेगा प्लान

गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह लगभग 35 दिनों तक फरार रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने 23 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था और उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था. अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों के बीच एनएसए लगाया गया है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Url Title
khalistani amritpal singh on hunger strike assam dibrugarh jail demanding telephone facility
Short Title
हिंसा कर खालिस्तान मांगने वाले अमृतपाल सिंह ने अपनाया गांधी जी का हथियार, जानिए
Article Type
Language
Hindi
Section Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
khalistani amritpal singh on hunger strike assam dibrugarh jail demanding telephone facility
Caption

Amritpal Singh Hunger Strike

Date updated
Date published
Home Title

हिंसा कर खालिस्तान मांगने वाले अमृतपाल सिंह ने अपनाया गांधी जी का हथियार, जानिए जेल में क्यों कर दी भूख हड़ताल