डीएनए हिंदी: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती (Mayawati) को कर्नाटक की नई कांग्रेस (Congress) सरकार पसंद नहीं आई है. उन्होंने कांग्रेस पर जातिवादी मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया है. मायावती ने कहा है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री चुनते वक्त कांग्रेस ने जातिवादी मानसिकता की वजह से दलित और मुसलमानों की उपेक्षा की है.
मायावती ने शनिवार को एक ट्वीट किया, 'कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद मंत्रिमण्डल में डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने अपनी अन्दरुनी कलह को थोड़ा दबाने का प्रयास किया है, किन्तु दलित और मुस्लिम समाज की उपेक्षा क्यों, जबकि इन दोनों वर्गों ने एकजुट होकर कांग्रेस को वोट देकर विजयी बनाया.'
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इस वजह से मायावती को नहीं पंसद आई कर्नाटक की कांग्रेस सरकार
मायावती ने कहा, 'कांग्रेस द्वारा कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए दलित समाज की उठी दावेदारी की पूरी तरह से अनदेखी करने के बाद अब किसी भी दलित और मुस्लिम को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाना, यह इनकी जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है अर्थात इन्हें ये वर्ग केवल अपने खराब दिनों में ही याद आते हैं. ये लोग सतर्क रहें.'
सिद्धारमैया-डीके शिवकुमार, मिलकर चलाएंगे सरकार
कांग्रेस के सीनियर नेता सिद्धरमैया ने शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. सिद्धरमैया के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने भी शपथ ग्रहण की. वह राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री बने हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि यह सरकार दलित-मुसलमान विरोधी है.
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कर्नाटक में 133 सीटों पर बसपा ने लड़ा चुनाव
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बसपा ने 133 सीटों पर चुनाव लड़ा था और एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल कर पाई थी. अब मायावती को सिद्धारमैया सरकार की कैबिनेट पसंद नहीं आई है. (इनपुट: भाषा)
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कर्नाटक में कांग्रेस ने दलित-मुसलमानों को किया नजरअंदाज, मायावती को क्यों लग रहा है ऐसा?