डीएनए हिंदी: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने दावा किया है कि जनवरी तक लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नाम सार्वजनिक कर देगी. डीके शिवकुमार ने सोमवार को दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल सेक्युलर (JDS) के गठबंधन करने के फैसले के बाद दोनों दलों के कार्यकर्ता नाराज हैं.
डीके शिवकुमार ने कहा है कि कई नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे संपर्क किया और कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई है. कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष ने यह भी संकेत दिया कि लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों की सूची को जनवरी से पहले अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है.
डीके शिवकुमार ने कहा, 'BJP-JDS गठबंधन के बाद दोनों दलों के कई नेताओं ने अपनी नाखुशी जाहिर की और मुझसे बात की. मुझे मुख्यमंत्री, कैबिनेट के कुछ सहयोगियों और पार्टी नेताओं से चर्चा करनी होगी. मैंने उन्हें कहा कि चर्चा के बाद मैं उनसे बात करूंगा.'
BJP-JDS गठबंधन से खुश नहीं हैं कार्यकर्ता
डीके शिवकुमार ने कहा, 'BJP-JDS के कई नेताओं ने कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जताई है. उनका कहना है कि वे गठबंधन से खुश नहीं हैं क्योंकि उनसे इस विषय पर विचार नहीं किया गया. मैं पहले कांग्रेस पार्टी के भीतर विचार-विमर्श करूंगा. मैंने पहले ही स्थानीय नेतृत्व से अपने स्तर पर अन्य दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने के लिए कहा है.'
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कर्नाटक में पकी नई सियासी खिचड़ी
JDS ने शुक्रवार को अपने नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद भाजपा के साथ गठबंधन करने का फैसला किया. जेडीएस कांग्रेस की सहयोगी रही है. अब यह नया गठजोड़ कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है.
BJP-JDS विधायकों पर क्या बोले डीके शिवकुमार?
BJP-JDS विधायकों को पार्टी में शामिल करने के रास्ते में बाधक बन रहे दल-बदल विरोधी कानून के बारे में पूछे जाने पर केपीसीसी प्रमुख ने कहा, 'हम तकनीकी समस्याओं से अवगत हैं मैं अभी उस मुद्दे पर बात नहीं करूंगा.'
डीके शिवकुमार भरोसे कर्नाटक में कांग्रेस!
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री न बनाए जाने से पहले ही कुछ नाराज हैं. अब उन्हीं के भरोसे कर्नाटक की राजनीति है. सिद्धारमैया अभी अपनी चुनावी रणनीति के बारे में कुछ कहते नजर नहीं आ रहे हैं. बीजेपी राजनीति को लेकर सक्रिय मोड में नजर आ रही है. अब देखने वाली बात यह है कि डीके शिवकुमार बीजेपी के खिलाफ कौन सी नीति अपनाते हैं.
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राज्य सरकार के अधिकतर मंत्रियों को आगामी लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी द्वारा पर्यवेक्षकों के रूप में नियुक्त किया गया है, उन्होंने कहा, '28 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक-एक यानी 28 मंत्रियों को नियुक्त किया गया है. वे आठ से दस दिनों में दो या तीन (उम्मीदवारों के) नाम देंगे. हम जल्द से जल्द सूची को अंतिम रूप देंगे.'
लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी से पहले कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची आने की संभावना के बारे में उन्होंने कहा, 'अगर हम जनवरी से पहले ही सूची जारी कर दें तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी. हमने दस दिन में रिपोर्ट देने को कहा है.' अब अगर राज्य में बीजेपी जैसी जनाधार वाली पार्टी के साथ जेडीएस उतरती है तो उसके खिलाफ कांग्रेस की रणनीति क्या होगी, इस पर भी डीके शिवकुमार ने चुप्पी साधी है. दो बड़ी पार्टियों का गठबंधन , कांग्रेस की राह मुश्किल कर सकता है. (भाषा इनपुट के साथ)
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कर्नाटक में BJP-JDS की दोस्ती, डीके शिवकुमार के भरोसे कांग्रेस, कैसे सधेगी राजनीति?