Krishna Janmabhoomi Case: अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि उसी जगह थी, जहां बाबरी मस्जिद बनाई गई है. इस बात की पुष्टि जगदगुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने पुराणों में दिए सबूतों से अदालत के सामने की थी. अब वे मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को लेकर हिंदू और मुसलमानों के बीच चल रहे विवाद में भी सबूत पेश करने को तैयार हैं. उन्होंने शनिवार को जयपुर पहुंचने पर इस बात का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यदि अदालत ने उन्हें बुलाया तो वे उसके सामने यह साबित करेंगे कि मथुरा में बताई गई जगह पर ही भगवान श्रीकृष्ण ने जेल की सलाखों के पीछे माता देवकी की कोख से अवतरण लिया था. इसके अलावा जगदगुरु रामभद्राचार्य ने एक और बड़ी कसम खाई है. उन्होंने कहा है कि जब तक कृष्ण जन्मभूमि केस का फैसला हमारे पक्ष में नहीं आ जाता है, तब तक मैं किसी भी कृष्ण मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए नहीं जाऊंगा.
'जल्द मिलेगी हमें सफलता'
जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज (Jagadguru Ramabhadracharya Maharaj) इस समय राजस्थान के जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में 9 दिवसीय रामकथा कर रहे हैं. इस दौरान ही उन्होंने कहा,'जब तक हमारे पक्ष में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का फैसला नहीं आ जाता. मैं तब तक किसी कृष्ण मंदिर में दर्शन नहीं करूंगा. यदि मुझे कोर्ट ने सबूत देने के लिए बुलाया तो मैं जरूर जाऊंगा. जल्द ही हमें सफलता मिलेगी.'
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: Jagadguru Shri Rambhadracharya Ji says, "...I am sure that very soon we will get Pakistan-occupied Kashmir."
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) November 9, 2024
He also says "Until the decision on Krishna Janmabhoomi comes in our favour, I will not go to any Krishna temple to have darshan. If I am… pic.twitter.com/NFEu5NWjtx
शुक्रवार को भी कही थी यही बात
तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु रामभद्राचार्य ने शुक्रवार को भी कथा के दौरान व्यास गद्दी पर बैठकर यही प्रण दोहराया था. जब उनसे जयपुर के मशहूर कृष्ण मंदिर श्री गोविंद देव जी के दर्शन के लिए जाने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि पहले मैंने दर्शन का मन बनाया था, लेकिन बाद में मेरा मन बदल गया. अब हमने गोविंद देव जी से कह दिया है कि आप कितनी भी मनुहार कर लो, लेकिन जब तक मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का फैसला नहीं होता, तब तक मैं किसी कृष्ण मंदिर में दर्शन करने नहीं जाऊंगा.
राम मंदिर के सबूत दिए थे मुस्लिम जज के सामने
रामभद्राचार्य महाराज राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे. बाबरी मस्जिद विवाद के दौरान पुराणों के आधार पर उनके दिए सबूतों के आधार पर कोर्ट में बैठे मुस्लिम जज को भी मानना पड़ा था कि भगवान राम का अस्तित्व था और उनका जन्म विवादित जगह पर ही हुआ था. इसके बाद ही अयोध्या का केस हिंदुओं के पक्ष में झुका था.
'जल्द ही पाकिस्तानी कब्जे से मुक्त होगा कश्मीर'
रामभद्राचार्य महाराज ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर को लेकर भी बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं. जल्द ही पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर भी हमें वापस मिल जाएगा.
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'कृष्ण जन्मभूमि के फैसले तक...' जगदगुरु रामभद्राचार्य ने ये कैसा प्रण ले लिया?