डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की इस सप्ताह पेरिस यात्रा से पहले भारत नौसेना (Indian Navy) के लिए फ्रांस (France) से 26 राफेल विमान और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद के लिए तैयार है. इस डील को अंजाम देने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. भारत और फ्रांस, एक समझौते पर मुहर लगाने के करीब पहुंच गए हैं, जिसके तहत फ्रांस की प्रमुख रक्षा कंपनी सफरान और एक भारतीय कंपनी संयुक्त रूप से भारत में एक विमान इंजन विकसित करेगी.
भारत के लिए क्यों जरूरी है ये डील?
रक्षा मंत्रालय के रक्षा खरीद बोर्ड (DPB) ने प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) की अध्यक्षता वाली रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) जल्द ही खरीद प्रस्तावों पर विचार करेगी. भारत के लिए यह डील बेहद अहम है. यह भारत की सामरिक ताकत को बढ़ाएगा. हिंद महासागर से लेकर प्रशांत महासागर तक, देश की ताकत इस डील की वजह से और बढ़ जाएगी.
इसे भी पढ़ें- दिल्ली में यमुना की लहर बेलगाम, हजारों लोगों का रेस्क्यू, निचले इलाकों में बाढ़ का अलर्ट
भारत को मिलने वाले हैं 26 डेक फाइटर जेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान भारत और फ्रांस बड़ी रक्षा परियोजनाओं की घोषणा कर सकते हैं. भारतीय नौसेना स्वदेश में निर्मित विमानवाहक पोत IANS विक्रांत के लिए डेक-आधारित 26 लड़ाकू विमान खरीदने पर विचार कर रही है.
राफेल-एम के नाम पर लग गई है मुहर
नौसेना ने एक लंबी प्रक्रिया के बाद खरीद के लिए बोइंग के F/A-18 सुपर हॉर्नेट और फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी डसॉल्ट एविएशन के राफेल-M विमान का चुनाव किया था. समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक राफेल-एम के नाम पर मुहर लग गई है. भारत पहले ही वायुसेना के लिए फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीद चुका है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
भारतीय नौसेना को मिल सकते हैं 26 राफेल-M फाइटर अटैक, क्यों देश के लिए अहम है ये डील?