डीएनए हिंदी: श्रीलंका में जरूरी दवाइयों की किल्लत हो गई है. आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश की मदद के लिए एक बार फिर भारत आगे आया है. श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे ने भारत के पहल की तारीफ की है.
एक तरफ जहां चीन ने श्रीलंका को दिवालिया कर दिया है, वहीं भारत लगातार एक के बाद एक कई ऐसे कदम उठा रहे है जिससे श्रीलंका में स्थितियां सामान्य हों. श्रीलंका चीन की वजह ऐसी स्थिति में पहुंच गया है कि अब वह जरूरी चीजों के लिए भी मदद पर निर्भर हो गया है.
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भारत ने भेजी 25 टन दवाइयां
श्रीलंका में जीवन रक्षक दवाइयों की फिर एक नई खेप लेकर भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस घड़ियाल (INS Gharial) शुक्रवार को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो पहुंचा. श्रीलंका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त विनोद के जैकब ने यह खेप श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री केहेलिया रामबुक्वेल्ला (Keheliya Rambukwella) को सौंपी.
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Ongoing commitment to the people of #SriLanka!!!Acting High Commissioner @VinodKJacob76 handed over a donation of more than 25 tons of medical supplies,with a value of SLR 260 #million,to Hon'ble Health Minister @Keheliya_R in #Colombo today. (1/2) pic.twitter.com/n7SOXfqkt6
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) May 27, 2022
भारतीय हाईकमीशन के मुताबिक श्रीलंका तक आर्थिक मदद पहुंचाने और जरूरी सामग्रियों की डिलिवरी करने के लिए भारत ने मिशन सागर IX के तहत 5600 टन सामान ले जाने की क्षमता वाले आईएनएस घड़ियाल को तैनात किया है.
दिवालिया हो चुका है श्रीलंका!
श्रीलंका की स्थिति इतनी खराब है कि उसे जल्द ही दिवालिया घोषित किया जा सकता है. अब देश के पास इतने पैसे नहीं बचे हैं कि वह अपने विदेशी कर्ज को चुका सके. चीन की वजह से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पूरी तरह डूब गई है.
कर्ज और दान पर टिकी श्रीलंका की अर्थव्यवस्था
श्रीलंका के पास विदेशी मुद्रा का भंडार अब नहीं बचा है. कर्ज पर ही पूरी अर्थव्यवस्था टिकी हुई है. अब श्रीलंकाई सरकार विदेशों से दवाई, अनाज, तेल समेत दूसरी जरूरी चीजें मंगाने के लिए मजबूर हो गया है.
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ऑपरेशन टालने को मजबूर हुए अस्पताल, दवाइयों की किल्लत
श्रीलंका में जरूरी दवाइयों की किल्लत की वजह से मरीजों का ऑपरेशन तक नहीं हो पा रहा है. अस्पतालों और दूसरे संगठनों के अनुरोध पर भारत ने दान के रूप में ये दवाइयां श्रीलंका भेजी हैं. इससे पहले भी 29 अप्रैल को आईएनएस घड़ियाल ने दवाइयों की बड़ी खेप श्रीलंका पहुंचाई थी. भारत पड़ोसी होने का धर्म निभा रहा है. देश लगातार कोशिश कर रहा है कि अपने सबसे बुरे दौर से श्रीलंका बाहर आए.
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श्रीलंका में गहराया आर्थिक संकट, पड़ोसी की मदद के लिए भारत ने उठाया यह कदम