7-8 मई की रात को पाकिस्तान के हमले के बाद भारत द्वारा किए गए जवाबी हमलों में लाहौर की सुरक्षा करने वाली वायु रक्षा इकाइयां नष्ट हो गईं जिसके बाद पाकिस्तान के प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र में दहशत का माहौल है.पाकिस्तान का यह हमला भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसके क्षेत्र और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकी ढांचे पर हमला करने के बाद हुआ.
बता दें कि एकीकृत वायु रक्षा प्रणाली (IADS) विमान, ड्रोन और मिसाइलों जैसे हवाई खतरों का पता लगाने, उन्हें ट्रैक करने, रोकने और नष्ट करने में मदद करती है. ऐसी प्रणालियां रडार, कमांड सेंटर और मिसाइल प्रणालियों जैसी विभिन्न सैन्य संपत्तियों के संयोजन का उपयोग करती हैं.
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान लाहौर की रक्षा के लिए चीनी HQ-9 वायु रक्षा प्रणाली के एक संस्करण का उपयोग करता है. पाकिस्तान को चीन द्वारा आपूर्ति किए गए HQ-9 के संस्करण को HQ-9P कहा जाता है और इसे पाकिस्तान के लिए अनुकूलित किया गया है.
माना जा रहा है कि P का अर्थ संभवतः पाकिस्तान है।HQ-9 या HQ9P पाकिस्तान की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली का मुख्य आधार है. ध्यान रहे कि यह 2024 की पाकिस्तान दिवस परेड में था जब लंबी दूरी की HQ-9P सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली को पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया था.
2024 की पाकिस्तान दिवस परेड पर डिफेंस न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया था कि, 'चीन द्वारा आपूर्ति की गई HQ-9P ने 2021 में सेवा में प्रवेश किया... और इसकी सीमा 125 किलोमीटर है. यह चीनी सेवा में HQ-9 वेरिएंट की 250 किलोमीटर की सीमा से कम है.'
बेल्जियम स्थित आर्मी रिकॉग्निशन ग्रुप का कहना है कि पाकिस्तान ने भारतीय हवाई श्रेष्ठता के खिलाफ हवाई ढाल बनाने की कोशिश की है. अप्रैल 2025 की रिपोर्ट में कहा गया है, 'पाकिस्तान अब HQ-9P, HQ-9BE, FD-2000, HQ-16FE, साथ ही LY-80 और FM-90 जैसी पुरानी प्रणालियों से बने एक स्तरित नेटवर्क पर निर्भर है.'
LY-80 लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस वेपन सिस्टम को पाकिस्तान ने 2019 में शामिल किया था, जब जनरल कमर जावेद बाजवा (सेवानिवृत्त) पाकिस्तानी सेना प्रमुख थे.
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क्या था HQ-9P जिसे भारत ने किया नष्ट, खौफ में आया लाहौर, चीन भी हुआ बेनकाब!