डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी नेताओं के घर शनिवार को छापेमारी (Raid) हुई थी. चुनावों से ठीक पहले हुई छापेमारी पर अब सपा नेता आगबबूला हैं. रविवार को अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कि यूपी के मुख्यमंत्री उपयोगी नहीं बल्कि अनुपयोगी हैं. बीजेपी जाने वाली है इसीलिए छापेमारी करवा रही है.
अखिलेश यादव इसे बीजेपी (BJP) की हार का डर बता रहे हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे का चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है. अखिलेश यादव ने तो यहां तक कह दिया है कि समय आने पर उनके साथ भी वैसा ही होगा.
CBI, ED और IT का डर दिखा रही बीजेपी: अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जैसे-जैसे बीजेपी को हार का डर सताएगा, यूपी में उनके नेताओं की संख्या, उनके मुख्यमंत्रियों की संख्या और दिल्ली से आने वालों की संख्या बढ़ जाएगी. इसमें भी हमें कोई शक नहीं था कि इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का सहारा लेकर अटैक करने का काम होगा. अभी तक इन संस्थाओं का इस्तेमाल सरकार बचाने के लिए किया जाता था. पहली बार ऐसा हो रहा कि यूपी में सपा की सरकार ना बन जाए इसलिए इन संस्थाओं की मदद ली जा रही है.
लखीमपुर पर अखिलेश ने बीजेपी सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने लखीमपुर खीरी हिंसा पर भी सवाल खड़े किए ङैं. सपा सरकार की जांच में अजय मिश्र टेनी के परिवार का नाम आया है. सरकार उन्हें क्यों बचा रही है. हमारे अन्नदाताओं को पीछे से थार कार से कुचल दिया गया. देश के गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे पर उंगली उठी है. सरकार सजा क्यों नहीं दे रही है?
आखिर ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि 15 घंटे की रेड में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने सपा नेताओं के घर से क्या हासिल किया है. दरअसल यूपी में शनिवार को 4 अलग-अलग शहरों में आईटी रेड डाली गई. सभी सपा के नेता थे. यूपी के 4 शहरों लखनऊ, मैनपुरी ,आगरा और मऊ में अखिलेश के तीन करीबियों राजीव राय, जैनेंद्र यादव, मनोज यादव पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के छापे पड़े थे.
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IT रेड में क्या हुआ हासिल?
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के मुताबिक उनके घर से 15 घंटे की रेड में 17 हजार रुपये मिले हैं. उन्होंने कहा है कि और भी जांच हो मैं इसका स्वागत करूंगा. 15 घंटे की छापेमारी के बाद आयकर विभाग की टीम को केवल 17 हजार रुपये मिले हैं. मेरे नाम के साथ ना कोई आपराधिक रिकॉर्ड था और ना ही होगा.
क्या है बीजेपी का रिएक्शन?
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि सपा नेताओं के घर पड़े इनकम टैक्स रेड का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि ये विभागीय प्रक्रिया है. अगर आर्थिक अपराध हुआ है तो विभाग अपनी कार्रवाई कर रहा है.
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