Fact Check: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना ने अभियान छेड़ा हुआ है. तीन दिन में भारतीय सुरक्षा बलों ने दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकी मार गिराए हैं. भारतीय सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गुरुवार को अवंतीपोरा के नादेर त्राल एरिया में मुठभेड़ हुई है, जिसमें तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया है. ये तीनों आतंकी प्रतिबंधित पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed) से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं. सेना ने अभी इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है और उनके साथियों की तलाश चल रही है. इससे पहले मंगलवार को शोपियां जिले में एनकाउंटर के दौरान लश्कर-ए-ताइबा के तीन आतंकी मारे गए थे. इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि सेना ने त्राल एनकाउंटर में पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के गुनहगार भी ढेर कर दिए हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इस दावे का सच क्या है?
त्राल एनकाउंटर में मारे गए हैं ये तीन आतंकी
सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर के दौरान जिन तीन आतंकियों को ढेर किया है, उनमें आसिफ अहमद शेख पुत्र गुलाम मोहम्मद निवासी मुंघामा त्राल, आमिर नाजिर वानी पुत्र नाजिर निवासी खासीपोरा त्राल और यावर अहमद भट पुत्र नाजिर अहमद निवासी लैरो जागीर, त्राल शामिल हैं. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इनमें से 2 पहले हिज्बुल मुजाहिदीन का हिस्सा थे, लेकिन अब ये तीनों जैश ए मोहम्मद से जुड़े हुए थे.
क्या किया जा रहा है दावा
सोशल मीडिया पर दावा हो रहा है कि त्राल एनकाउंटर में ढेर किया गया आसिफ शेख पहलगाम आतंकी हमले का गुनहगार है. सैन्य सूत्रों के अनुसार, आसिफ शेख का ना तो पहलगाम आतंकी हमले से और ना ही रियासी आतंकी हमले से सीधा कोई कनेक्शन था. प्राथमिक जांच में यह सामने आया था कि आसिफ शेख शायद उन लोगों में शामिल था, जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों को लॉजिस्टिक्स उपलब्ध कराए थे. हालांकि इसका भी बाद में कोई सबूत नहीं मिला है. ऐसे में यह साफ जाहिर है कि इस एनकाउंटर में पहलगाम हमले के गुनहगारों को ढेर नहीं किया गया है.
किन आतंकी घटनाओं में शामिल था आसिफ शेख
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, आसिफ शेख त्राल में CRPF बंकर पर ग्रेनेड हमले का आरोपी था. आसिफ शेख दक्षिणी कश्मीर में जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर फारुक मीर की हत्या में भी शामिल था. सब इंस्पेक्टर फारुक मीर की हत्या आतंकियों ने उस समय कर दी थी, जब वे छुट्टी लेकर सामबुरा में अपने घर आए हुए थे और 18 जून, 2022 को आतंकियों ने उनके घर के करीब ही एक खेत में उन्हें पॉइंट ब्लैंक रेंज से शूट कर दिया था. आसिफ का भाई शफीक शेख भी जेल में है, जो सुंजवान आर्मी कैंप (sunjwa army camp) पर आत्मघाती हमले के लिए फिदायीन हमलावरों को वहां तक पहुंचाने में शामिल पाया गया था. दावा है कि सुंजवा कैंप तक हमलावरों को लाने में आसिफ शेख भी अपने भाई के साथ शामिल था.
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Fact Check: सेना ने 48 घंटे में ढेर किए 6 आतंकी, क्या मारा गया पहलगाम आतंकी हमले का 'दरिंदा'?