डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी सियासी जंग आज सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई. शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे गुट की दो याचिकाओं पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने शिंदे गुट से पूछा कि आप हाईकोर्ट क्यों नहीं गए. इसके जवाब में शिंदे ग्रुप के वकील किशन कौल ने हमें धमकी दी जा रही है और हमारी संपत्ति जलाई जा रही है. बॉम्बे कोर्ट में सुनवाई के लिए माहौल नहीं है.
बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) में एक और अर्जी दायर की है. अर्जी में बागी विधायकों ने जान को खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना कैडर से उनको जान का गंभीर खतरा है. आरोप लगाया कि संजय राउत ने धमकी दी कि 'उनके शव गुवाहाटी से आएंगे'. बागी गुट ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के नियंत्रण में नहीं है.
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डिप्टी स्पीकर की भूमिका पर उठाए सवाल
कोर्ट में बागी विधायकों ने कहा कि डिप्टी स्पीकर की भूमिका खुद संदिग्ध है, ऐसे में वह उनको (बागी विधायकों) को अयोग्य ठहराने का नोटिस कैसे जारी कर सकते हैं. हमने डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास का नोटिस दिया था, तो उन्होंने बिना सदन में रखे कैसे खारिज कर दिया? मतलब वह अपने खिलाफ आए नोटिस में खुद ही जज कैसे बन गए.
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कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर को भेजा नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने बागी विधायकों की दलील सुनने के बाद डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को नोटिस भेजा है. अब इस मामले की सुनवाई 11 जुलाई को होगी.
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एकनाथ शिंदे
Maharashtra Political Crisis: 'विधायकों की जान को है खतरा', शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में दी दलील