डीएनए हिंदी: आईसीएमआर यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) द्वारा की गई एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आधे से ज्यादा बच्चे डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हुए हैं.
यह स्टडी मार्च 2020 से जून 2021 के बीच की गई है. इसमें 8 राज्यों (महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़) को शामिल किया गया है. स्टडी में 18 वर्ष तक के बच्चों के 583 सैंपल शामिल किए गए.
इनमें से 52% बच्चों की उम्र 13 से 19 वर्ष के बीच, 41% बच्चों की उम्र 3 से 12 वर्ष और 7% से कम बच्चों की उम्र 3 साल थी. कुल 583 बच्चों में से 37% बच्चे ऐसे थे जिनमें कोरोना वायरस (Coronavirus) के लक्षण देखने को मिले. वहीं 15% बच्चों को अस्पताल जाने की जरूरत पड़ी थी. ये सभी बच्चे कोविड-19 पॉजीटिव (Covid Positive) थे.
कुल 583 सैंपल में से 512 की जीनोम सीक्वेंसिंग हुई. इनमें से 372 में वेरिएंट ऑफ कंसर्न मिले जबकि 51 सैंपल में वेरिएंट ऑफ इंस्टेंट मिले. 89 सैंपल में दूसरे वेरिएंट भी पाए गए. तकरीबन 66% बच्चों के सैंपल में डेल्टा वेरिएंट मिला, 9% में कप्पा वेरिएंट, 7% में अल्फा वेरिएंट और तकरीबन 5% सैंपल में बीटा वेरिएंट पाया गया.
कर्नाटक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में डेल्टा वेरिएंट ज्यादा मिला जबकि महाराष्ट्र, राजस्थान और चंडीगढ़ के बच्चों के सैंपल में कापा वेरिएंट पाया गया.
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Covid की दूसरी लहर के दौरान आधे से ज्यादा बच्चे हुए Delta Variant से संक्रमित: ICMR