डीएनए हिंदी: Delhi University में जल्द America, France और Germany के प्रोफेसरों की नियुक्ति होने वाली है. ऐसा शोध कार्यों को बढ़ाने के लिए होने जा रहा है. इससे डीयू के शोध कार्यों को वैश्विक पहचान भी मिलेगी. इसकी शुरुआत 10 प्रोफेसरों की नियुक्ति से होगी जिसमें अमेरिका, जर्मनी वा फ्रांस जैसे देश शामिल हैं.
कैसे होगा काम ?
हर सेमेस्टर में ये विदेशी प्रोफेसर एक बार डीयू आएंगे और एक महीने तक यहीं रहेंगे. इस दौरान उनका पूरा खर्च डीयू ही उठाएगा. डीयू प्रशासन ने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने 10 प्रोफेसरों की नियुक्ति पर मुहर लगाई है.
कौन से प्रोफेसर बनेंगे डीयू का हिस्सा?
विदेशी प्रोफेसर के पैनल में पेरिस विश्व विद्यालय के प्रोफेसर क्रिस्टोफर लेन, ल्यूवेन विवि के प्रोफेसर एरिक वेंडर आइकेन, रेगेंसबर्क विवि के प्रोफेसर रीसर, पीटरबर्ग के प्रोफेसर देबाशीष सिन्हा, इलेवाइस विवि शिकागो के प्रोफेसर प्रदीप राम चौधरी, हैमबर्ग विवि के प्रोफेसर क्रिश्चियन बेजटेल आदि नाम शामिल हैं.
हाल ही में इस पर एक बैठक बुलाई गई. बैठक में तय हुआ कि प्रोफेसर को वेतन के तौर पर 80 हजार रुपये दिए जाएंगे. हर सेमेस्टर में एक बार डिपार्टमेंट में जरूर आना होगा. इस दौरान यात्रा का पूरा खर्च डीयू उठाएगा. इसके साथ ही इंश्योरेंस की सुविधा भी दी जाएगी.
डीयू प्रशासन ने बताया कि यह नियुक्ति विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड की तरफ से शुरू किए गए विजिटिंग एडवांस ज्वाइंट रिसर्च कार्यक्रम के तहत की जा रही है. क्यूएस विश्व रैंकिंग में टॉप 500 रैंकिंग वाले शैक्षणिक संस्थानों से ही प्रोफेसर नियुक्त किए जाएंगे. कॉलेज भी चाहें तो एक निश्चित समय के लिए विदेशी शिक्षकों की सेवा ले सकेंगे.
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