डीएनए हिंदी : अब तक ख़बरें आती थीं कि देश में डॉक्टरों ने नर्सिंग स्टाफ या फिर जूनियर डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की मांग की है पर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल(RML Hospital, Delhi) से यह अलग डिमांड सामने आई है. अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन से अस्पताल परिसर में बाउंसरो की संख्या बढ़ाने की मांग रखी है.
डॉक्टरों के साथ हो रही हिंसा के मद्देनज़र मांगी गई अतिरिक्त सुरक्षा
दिल्ली स्थित केंद्र सरकार द्वारा संचालित डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल(RML Hospital, Delhi) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने 29 मार्च को अस्पताल प्रशासन को पत्र लिख कर कहा कि जिस तरह देश के कई इलाकों में डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं, उनके साथ हिंसा की आ रही है ऐसे में अस्पताल प्रशासन को अस्पताल में बाउंसरो की संख्या बढ़ानी चाहिए. अस्पताल में काम करने वाले वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अजय यादव के मुताबिक अस्पताल में जब तब परिजनों द्वारा डॉक्टरों के साथ मारपीट या गाली गलौज की घटना सामने आ रही है, जिसके चलते डॉक्टरों ने इमरजेंसी में बाउंसरो की संख्या बढ़ाने के लिये अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखा है. डॉ अजय यादव के मुताबिक कोई भी डॉक्टर अपने मरीज को बचाने के लिए हर सम्भव प्रयास करता है. कभी दोपहर का नाश्ता तो कभी रात का खाना भी मरीज के इलाज के लिए छोड़ देता है लेकिन इसके बाद भी जब मरीज के परिजन गालिया देते हैं या मारपीट करते हैं तो अंदर से पीड़ा होती है.
डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल की रेसिडेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ सर्वेश पांडेय के मुताबिक अस्पताल प्रशासन अस्पताल से बाउंसरो की संख्या कम करने पर विचार कर रहा है लेकिन अभी जरूरत कम करने की नहीं बल्कि बढ़ाने की है. प्रशासन डॉक्टरों को सुरक्षा का वादा तो करता है पर हाल में ही कुछ पुलिसकर्मियों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल(RML Hospital, Delhi) की इमरजेंसी में काम करने वाले एक डॉक्टर के साथ हाथपाई की और गाली-गलौच किया. डॉ पांडेय का कहना है कि ऐसे में जब डॉक्टर सुरक्षित महसूस करेंगे तब ही मरीज का ठीक और शांत मन से बेहतर इलाज कर पाएंगे.
राजस्थान के दौसा में महिला डॉक्टर की ख़ुदकुशी के बाद बढ़ा डर
राम मनोहर लोहिया अस्पताल(RML Hospital, Delhi) के डॉक्टरों ने बाउंसरो को बढ़ाने की मांग उस समय की है जब राजस्थान के दौसा में महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा की खुदकुशी की घटना सुर्खियों में बनी हुई है. दौसा में डॉ अर्चना शर्मा से इलाज करवाने वाली एक महिला की डिलीवरी के दौरान मौत हो गयी थी जिसके बाद अस्पताल में महिला के परिजनों और स्थानीय नेताओं ने जम कर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद दबाव में आकर राजस्थान पुलिस ने डॉ अर्चना शर्मा पर धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज किया था. इस मुकदमे के बाद कल 29 मार्च को डॉ अर्चना शर्मा ने खुदकुशी कर ली थी.
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