डीएनए हिंदी: Delhi Air Pollution Latest News- दिल्ली में वायु प्रदूषण का शिकंजा कम होने के बाद प्रतिबंधों में ढील मिलने की शुरुआत हुई है. वायु प्रदूषण में कमी के लिए गुरुवार रात और शुक्रवार दिन में राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गति में सुधार को जिम्मेदार माना गया था. अब मौसम विज्ञानियों ने अनुमान लगाया है कि अगले सप्ताह में राजधानी में हवा की गति और ज्यादा तेज हो सकती है, जिससे प्रदूषण की काली चादर तेजी से आसमान से गायब हो जाएगी और गुलाबी सर्दी का अहसास और ज्यादा तेज होने लगेगा. प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट की रिपोर्ट में कहा गया है कि पहाड़ों पर आ रहे हल्के पश्चिमी विक्षोभ से बारिश होने के पूरे आसार हैं, जिससे उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में ठंडक तेजी से बढ़ेंगी.
21 नवंबर से दिखने लगेगा सुधार
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के हिसाब से दिल्ली में 21 नवंबर यानी मंगलवार से हवा की गति में ज्यादा तेजी दिखाई देगी. उत्तर-पश्चिम दिशा वाली हवा चलने से ठंड भी बढ़ेगी और प्रदूषण भी कम हो जाएगा. रिपोर्ट में आकलन लगाया गया है कि इससे दिल्ली के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे ठंड का असर तेज होगा. हवाएं चलने से दिल्ली के आसमान पर बनी काले धुएं की चादर हट जाएगी, जिससे राजधानी के वातावरण में ही थमी हुई जहरीली गैसों का असर खत्म हो जाएगा और प्रदूषण का स्तर काफी नीचे आ जाएगा. हालांकि इस दौरान ठंड बढ़ने से मौसम विज्ञानियों ने दिल्ली में 20 से 25 नवंबर के बीच हल्की धुंध छाए रहने का अनुमान जताया है.
300 से भी नीचे आ गया है दिल्ली-NCR का AQI
दिल्ली-NCR में शनिवार को ही हवाओं की गति बढ़ने से प्रदूषण का असर घटा था, जिससे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार के 405 से घटकर 300 के आसपास आ गया था. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी का AQI लेवल 300 से भी नीचे आकर 290 पर दर्ज किया गया है. गाजियाबाद में 275, गुरुग्राम में 242, ग्रेटर नोएडा में 232, नोएडा में 252 और फरीदाबाद में AQI लेवल 318 दर्ज किया गया है. प्रदूषण में अभी और राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Delhi Weather: प्रदूषण के बीच मौसम पर आई अच्छी खबर, जानें कैसा रहेगा आपके शहर का हाल