डीएनए हिंदी : प्रदूषण से बदहाल देश की राजधानी दिल्ली में इससे बचाव के कई उपाय किए जा रहे हैं. दिल्ली सरकार लगातार कोशिशों में थी कि वह रियल टाइम सोर्स  डिविजन और पूर्वानुमान प्रणाली जनता के समक्ष प्रस्तुत कर सके. इसके ज़रिये क्षेत्र में भिन्न जगहों पर प्रदूषण के कारणों का पता लगाकर उसका निवारण किया जा सकेगा. 
प्राप्त जानकारियों के अनुसार दिल्ली सरकार अपने इस प्रयास की सफ़लता  के काफ़ी क़रीब आ गई है. सरकार ने सूचना दी है कि इस साल एक अगस्त से प्रदूषण का रियल टाइम(Real Time Pollution Data) डाटा लिया जा सकेगा. 

आईआईटी कानपुर की टीम काम कर रही थी इस पर 
दिल्ली सरकार की इस महत्वपूर्ण पर्यावरण सुरक्षा योजना  पर लगातार आईआईटी कानपुर(IIT Kanpur) की तकनीकी टीम काम कर रही थी. प्रदेश की सरकार ने इस पर समीक्षा बैठक की जिसमें आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली से साथ-साथ द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) की टीम  शामिल थी. उनके अतिरिक्त उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय भी इस मीटिंग में मौजूद थे.  

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पंडारा रोड पर होगी सुपरसाइट की स्थापना 
सुपरसाइट की स्थापना पंडारा रोड(Pandara Road) पर होगी. यह जानकारी आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मुकेश ने दी. यह 36 वर्ग मीटर में फ़ैली होगी और इसकी ऊंचाई 3 मीटर होगी. इसे ज़मीन से 9-14 मीटर ऊपर इंस्टॉल किया जाएगा. सरकार साथ में एक मोबाइल एप भी शुरू करेगी जो अलग-अलग जगहों पर प्रदूषण के कारणों की जानकारी देगी. 

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Delhi government to get real reasons of pollution in Delhi from August 1
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दिल्ली वाले 1 अगस्त से ले पाएंगे Pollution के असली कारणों की जानकारी 
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 वायु प्रदूषण
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