डीएनए हिंदी: Flood In Delhi- दिल्ली में भले ही बाढ़ का असर कुछ कम हुआ है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. दिल्ली सरकार ने लोगों को राहत शिविरों में ही रहने की सलाह दी है, क्योंकि यमुना नदी का जल स्तर दोबारा बढ़ने का खतरा दिख रहा है. मंगलवार सुबह भी यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर ही चल रहा है. दिल्ली सरकार ने अभी बाढ़ वाले इलाकों में घरों और दुकानों से दूर रहने की सलाह इस कारण जारी की है, क्योंकि सोमवार शाम को राहत शिविरों से बहुत सारे लोग अपने घरों और दुकानों की तरफ लौटने लगे थे. दिल्ली सरकार ने कहा है कि यमुना नदी का जल स्तर फिर से बढ़ सकता है, इसलिए अभी राहत शिविरों में रह रहे लोग वहीं पर टिके रहें.
205 मीटर से ऊपर है यमुना का जल स्तर
यमुना नदी का जल स्तर मंगलवार सुबह 7 बजे भी दिल्ली में लोहे वाले पुल (पुराने रेलवे पुल) के पास 205.71 मीटर पर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है. इससे पहले सोमवार रात 10 बजे यमुना पर जल स्तर एक बार फिर 206 मीटर से ऊपर पहुंच गया था, जो रात 12 बजे घटकर 205.75 मीटर पर आ गया था. ANI की तरफ से जारी लेटेस्ट वीडियो में यमुना नदी का पानी अब भी लोहे के पुल के सभी पिलर को लगभग डुबोता हुआ महसूस हो रहा है. इसी कारण दिल्ली सरकार को लोगों से राहत शिविरों में ही बने रहने का आग्रह करना पड़ा है.
#WATCH | Water level of the Yamuna River at Old Railway Bridge (ORB) was recorded to be 205.75 meters at 12 am; still above the danger mark.
— ANI (@ANI) July 18, 2023
Visuals from Old Yamuna Bridge (Loha Pul) pic.twitter.com/j24QAqLCvn
18,000 से ज्यादा लोग हैं राहत शिविरों में
पहले रिकॉर्डतोड़ बारिश और फिर यमुना नदी में आए बेतहाशा पानी के कारण इस बार राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ का आज तक का सबसे खराब नजारा दिखा है. यमुना नदी ने इस बार जल स्तर बढ़ने के आज के सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए करीब 209 मीटर तक का स्तर छुआ था, जिससे आधी दिल्ली में पानी ही पानी दिखाई दिया. दिल्ली सरकार ने प्रभावित इलाकों से 26,784 लोगों को रेस्क्यू किया था, जिनमें से करीब 18,416 लोग 47 राहत शिविरों में रह रहे हैं. इन राहत शिविरों में अस्थायी टेंटों के अलावा स्कूल, कम्युनिटी सेंटर आदि भी शामिल हैं. बाकी लोग अपने रिश्तेदारों के घर या किराये पर लिए गए फ्लैट आदि में शिफ्ट कर गए थे.
पानी निकला, लेकिन कीचड़ और सिल्ट अभी बाकी
दिल्ली प्रशासन बाढ़ वाले इलाकों से पंपों के जरिये लगातार पानी निकाल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि तकरीबन सभी सड़कों से पानी निकाला जा चुका है, लेकिन इन सड़कों पर कीचड़ और सिल्ट अब भी जमान हुआ है. केवल ITO स्ट्रैच और राजघाट के कैरिजवे अभी भी पानी में डूबे हुए हैं.
रिंग रोड पर फिसलन की चेतावनी के साथ ट्रैफिक चालू
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, रिंग रोड पर ट्रैफिक संचालन शुरू हो चुका है. हालांकि पुलिस ने लोगों को अभी रिंग रोड पर धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी है, क्योंकि कीचड़ और सिल्ट के कारण इन सड़कों पर वाहन फिसलने का खतरा हो सकता है. अभी वजीराबाद फ्लाइओवर से मजनू का टीला होते हुए ISBT कश्मीरी गेट तक मध्यम और हल्के वजन के वाहनों को ही चलने की इजाजत दी गई है.
विकास मार्ग पर भी खोले गए कैरिजवे
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक, विकास मार्ग पर भी लक्ष्मी नगर से ITO के बीच एक कैरिजवे खोला जा चुका है. इस सड़क के अन्य कैरिजवे और राजघाट का कैरिजवे खोलने की कोशिश चल रही है.
PTI के मुताबिक, दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, यमुना का पानी लगातार ऊपर चढ़ने का संकेत दे रहा है, इसलिए लोग अभी अपने राहत शिविरों में ही बने रहें. लोगों से आग्रह है कि वे अपने घर तभी जाएं, जब यमुना का जल स्तर डेंजर मार्क से नीचे आ जाए.
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फिर से बढ़ रहा यमुना का पानी, जानिए दिल्ली सरकार की चेतावनी