डीएनए हिंदी: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तटों पर गुरुवार को दस्तक देने वाला है. तटीय इलाकों में यह लैंडफॉल बनाएगा. कई राज्यों पर इस तूफान का असर होगा. यह तूफान झोपड़ियों और कच्चे घरों के लिए विनाशकारी साबित होगा. टिन और दूसरी ऐसी चीजें जो उड़ सकती हैं, उन पर भी बुरा असर पड़ने वाला है. आशंका है कि तूफान के राह में पड़ने वाले बिजली के खंभे और टेलीफोन टॉवर उखड़ सकते हैं.
एहतियात के तौर पर, पूर्वी मध्य और इससे सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में मछली पकड़ने के लिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है. गुजरात सरकार ने सौराष्ट्र और कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों के तटीय क्षेत्रों से लोगों का रेस्क्यू किया है.
चक्रवात बिपरजॉय की वजह से रेलवे, ओवरहेड बिजली लाइनें, सिग्नलिंग सिस्टम बाधित होगा, वहीं राज्य में फसलों को भारी नुकसान पहुंचेगा. आंधी इतनी तेज चलेगी कि बाग उखड़ जाएंगे और वृक्षारोपण प्रभावित होगा.
बिपरजॉय चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात सरकार अलर्ट
गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय के संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयारियां तेज हैं. इसी बीच बुधवार को सीएम भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में अहम बैठक हुई. जिसमें मुख्यमंत्री पटेल ने तैयारियों का जायजा लिया.
मीटिंग के दौरान रिलीफ कमिश्नर आलोक पांडेय ने मुख्यमंत्री को राज्य सरकार की तैयारियों की जानकारी दी. ये भी बताया कि राज्य सरकार जानमाल की क्षति कम करने के लिए किस तरह के कदमों को उठा रही है.
गुजरात के आठ जिलों से 47,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. बुधवार की शाम तक प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम पूरा होने की बात भी कही गई.
बैठक के दौरान वरिष्ठ प्रमुख सचिवों, सचिवों समेत दूसरे अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबंधित विभागों की तैयारियों से जुड़ी रिपोर्ट दी.
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चक्रवात के कच्छ के जखाऊ में टकराने की आशंका है, जहां मछुआरे और नमक व्यापारी पहले से ही बुरे दौर से गुजर रहे हैं. पाकिस्तान और आसपास के पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय शुष्क हवाओं के कारण चक्रवात तुरंत कमजोर हो जाएगा.
राजस्थान
मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून को चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के प्रभाव की वजह से राजस्थान के जोधपुर और उदयपुर संभाग में बारिश होगी, वहीं गरज के साथ तेज छींटे पड़ेंगे. 16 जून को दक्षिण पश्चिमी राजस्थान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 17 जून तक जोधपुर, उदयपुर और अजमेर संभाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
मध्य प्रदेश
राज्य के शहडोल, जबलपुर, भोपाल और नर्मदापुरम संभागों में कुछ स्थानों पर वज्रपात और बिजली गिरने की आशंका है. अगले 24 घंटों के दौरान खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, सागर, झाबुआ, उज्जैन, रीवा, सतना और छतरपुर जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है. खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, सागर, रीवा, सतना, छतरपुर, रायसेन, भोपाल और सीहोर जिलों में तेज हवाओं के साथ आंधी आने की संभावना है. वहीं, मध्य प्रदेश के धार, बालाघाट और रतलाम जिलों में कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना है.
गोवा
भारतीय तट की ओर चक्रवाती गति का प्रभाव गोवा में पहले से ही दिखाई दे रहा है. समुद्र में ऊंची लहरें देखी जा रही हैं. फिलहाल, पर्यटकों के समुद्र तटों पर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
दिल्ली
चक्रवात बिपारजॉय से दिल्ली-एनसीआर में ज्यादा असर की उम्मीद नहीं है. हालांकि आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है.
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