डीएनए हिंदी: वैश्विक महामारी कोरोनावायरस का खौफ एक बार फिर फैल रहा है. इसकी वजह पूरी दुनिया में दहशत फैला रहा नया वेरिएंट ओमिक्रॉन है. वयस्कों के युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन के बाद अब मोदी सरकार बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत भी करने वाली है. प्लान के मुताबिक आज से 15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को भी कोरोना का प्रभावी टीका दिया जाएगा.
1 जनवरी से होने लगी थी बुकिंग
बच्चों के कोरोना रोकथाम के टीके को लेकर जगह-जगह वैक्सीनेशन का ड्राई रन कर लिया गया है. वहीं उत्तर प्रदेश में बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की शुरुआत 01 जनवरी से हो चुकी है. बच्चों के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन संग स्लॉट बुकिंग भी करवा सकते हैं. इसके लिए दसवीं का आईडी कार्ड मान्य होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर बताया है कि "बच्चे सुरक्षित हैं, देश का भविष्य सुरक्षित है! नए साल के अवसर पर, 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण के लिए COWIN पोर्टल पर पंजीकरण शुरू किया जा रहा है.' कोविन ऐप के अनुसार शनिवार रात 11.30 बजे तक 15-18 साल के 8 लाख 29 हजार बच्चों ने पंजीकरण करा लिए हैं जिन्हें सोमवार से टीका लगना शुरू हो जाएगा.
बच्चे सुरक्षित, तो देश का भविष्य सुरक्षित!
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) January 1, 2022
नववर्ष के अवसर पर आज से 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के #COVID19 टीकाकरण हेतु COWIN पोर्टल पर रेजिस्ट्रेशन शुरू किए जा रहें है।
मेरा परिजनों से आग्रह है की पात्र बच्चों के टीकाकरण हेतु उनका रेजिस्ट्रेशन करें। #SabkoVaccineMuftVaccine
कोवैक्सीन ही बनेगी जीवनरक्षक
वहीं बच्चों को लगने वाली वैक्सीन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जानकारी दी है कि 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को वर्तमान में केवल भारत बायोटेक कंपनी द्वारा तैयार की गई 'कोवाक्सिन' की खुराक ही दी जाएगी. केंद्र सरकार के आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, 15-18 आयु वर्ग के अनुमानित 10 करोड़ बच्चे टीकाकरण के योग्य हैं. ऐसे में वैक्सीनेशन के इस पड़ाव को एक बड़ी चुनौती भी माना जा रहा है.
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