डीएनए हिंदी: पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार का गठन हुए दो हफ्ते हो चुके हैं. राज्य में नई आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार धीरे-धीरे 'आम आदमी' की सुविधा के लिए आर्थिक सुधारों और व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की दिशा में आगे बढ़ रही है. हालांकि अभी तक कॉमेडियन से राजनेता बने भगवंत सिंह मान ने इस संबंध में ठोस निर्णय नहीं लिए हैं.
राज्य में कई तरह के बदलाव दिखाई दे रहे हैं. सरकारी विभागों के कर्मचारी न सिर्फ समय से दफ्तर आ रहे हैं बल्कि आम आदमी की समस्याओं का समाधान मुस्कान के साथ करने का प्रयत्न करते दिखाई दे रहे हैं. ऐसा पहले नहीं देखा गया है.
कुछ ऐसा ही बदलाव पुलिस विभाग में भी दिखाई दे रहा है. सभी शहरों के चौराहों पर बढ़ी हुई संख्या में पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं, जो न सिर्फ क्राइम कम करने में लाभदायक साबित हो रहे हैं बल्कि ट्रैफिक की समस्या का समाधान करने में भी मददगार साबित हो रहे हैं.
ऐसा पहली बार हुआ है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के बाहर किसी राज्य में सरकार बनाई है. ऐसे में सभी विपक्षी दलों की निगाहें आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और देख रहे हैं कि AAP सरकार अपने चुनाव से पहले किए गए वादों को कैसे पूरा करती है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से 'कठोर कार्रवाई' का इतना डर है कि पटवारियों द्वारा रखे जाने वाले प्राइवेट कर्मचारी भूमि विभाग से गायब हो गए हैं. इन प्राइवेट कर्मचारियों की पहुंच सरकारी रिकॉर्ड तक होती थी. ऐसा ही कुछ बदलाव ट्रांसपोर्ट और स्वास्थ्य से संबंधित विभागों में भी दिखाई दे रहा है.
सरकार बनने के तुरंत बाद भगवंत मान द्वारा शुरू की गई एंटी करप्शन ड्राइव के बाद से विभिन्न विभागों के भ्रष्ट अधिकारी बेहद सतर्क हैं. गलत काम करते हुए पकड़े जाने और नौकरी से निकाले डर लोगों की समस्या का समाधान करते नजर आ रहे हैं. इससे पहले सरकारी विभागों में काम करवाने के लिए लोगों को चक्कर लगाते देखा जाना आम था लेकिन अब नई सरकार की नजर में आने के लिए भ्रष्ट अधिकारी भी लोगों की समस्याओं का समाधान करते नजर आ रहे हैं.
(पंजाब से रविंद्र सिंह 'रॉबिन' की रिपोर्ट)
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