डीएनए हिंदीः देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख CDS Bipin Rawat की हेलिकॉप्टर क्रैश में हुए मृत्यु ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया है. कुन्नूर में MI17 v5 हेलिकॉप्टर की अचानक हुई इस दुर्घटना की महत्वपूर्ण बात ये थी कि उस दौरान वहां का मौसम खराब था. ऐसे में विमानों और चॉपर्स की खराब मौसम में उड़ान को लेकर संशय की स्थिति बन गई है. CDS का हेलिकॉप्टर MI17 v5 अत्याधुनिक होने के बावजूद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ऐसे में अब बिपिन रावत की मौत के बाद महाराष्ट्र सरकार ने एक नई गाइड लाइन जारी कर दी है.
नई गाइडलाइन लाई महाराष्ट्र सरकार
CDS Bipin Rawat की हेलिकॉप्टर हादसे में हुई दर्दनाक मौत ने सरकारों को हवाई यात्रा के पुनर्मूल्यांकन के लिए सोचने पर मजबूर कर दिया है. इसका मुख्य उदाहरण महाराष्ट्र सरकार के हालिया फैसले से मिलता है. महाराष्ट्र सरकार ने CDS के साथ हुए हादसे के बाद अपनी नई गाइडलाइन जारी की है. इसके अनुसार महाराष्ट्र सरकार ने हेलिकॉप्टर यात्रा (Helicopter Journey ) को लेकर नए नियम कानून बनाए हैं.
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मौसम की रखनी होगी पूरी जानकारी
महाराष्ट्र सरकार ने इस गाइडलाइन में बताया कि जहां पर भी चॉपर को उतरना है, उस दौरान उस पूरे इलाके यानी रूट के मौसम के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाई जाएगी. वर्तमान नियमों की बात करें तो चॉपर में डबल इंजन है या नहीं, इसकी जांच की जाती है. वहीं उस हेलीकॉप्टर में पायलट के साथ को पायलट है या नहीं इसके बारे में भी जानकारी रखी जाती है. CDS Bipin Rawat की मृत्यु से सबक लेकर अब महाराष्ट्र सरकार कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं दिख रही है.
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महाराष्ट्र सरकार की इस नई गाइडलाइंस के बाद अब अब राज्य में किसी भी चॉपर को उड़ने या लैंड करने से पहले महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा. गौरतलब है कि CDS Bipin Rawat, उनकी पत्नी समेत वायुसेना के 11 जवानों की तमिलनाडु में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर MI17 v5 की दुर्घटना के कारण मृत्यु हो गई है. इस घटना ने देश को झंकझोर कर रख दिया है.
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