Bangladesh में चल रहे भारत विरोधी माहौल का लाभ पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद भड़काने में उठाए जाने की आशंका जताई जा रही थी. पिछले दिनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के ढाका में एक्टिव होने की खबरें आई थीं. इसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने अपने यहां चौकसी बढ़ाई थी, जिसके चलते बांग्लादेश के आतंकी संगठन अंसार-अल-इस्लाम की एक बहुत बड़ी साजिश नाकाम हो गई है. अंसार-अल-इस्लाम ने भारत के 'चिकन नेक' पर कब्जा करने की साजिश रची थी, जिससे नॉर्थ-ईस्ट के सात राज्य देश के बाकी हिस्से से अलग हो जाते. हालांकि आतंकी संगठन के 8 गुर्गे खुफिया एजेंसियों के अलर्ट पर पहले ही पश्चिम बंगाल, असम और केरल में दबोच लिए गए हैं, जिससे यह प्लान नाकाम हो गया है. अब इन आतंकियों से पूछताछ के जरिये बांग्लादेश में चल रही भारत विरोधी साजिशों का पूरा ब्योरा लिया जा रहा है.
पहले जान लीजिए क्या है चिकन नेक
पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी इलाके में महज 28 किलोमीटर चौड़ी एक पट्टी है, जिसे चिकन नेक कहते हैं. यह पट्टी भारत के बाकी राज्यों को नॉर्थईस्ट के असम, सिक्किम, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश से जोड़ती है यानी एक तरीके से नॉर्थईस्ट के राज्यों की लाइफलाइन यही पट्टी है. इस पट्टी की सामरिक अहमियत इससे समझ सकते हैं कि यहां चीन, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के साथ भारत की सीमाएं मिलती हैं.
क्या थी अंसार-अल-इस्लाम की योजना
अंसार-अल-इस्लाम के आतंकियों ने चिकन नेक पर कब्जा करके नॉर्थ ईस्ट राज्यों को भारत के बाकी हिस्से से काटने की साजिश रची थी. इसके लिए वे चिकन नेक गलियारे में सिलसिलेवार हमलों को अंजाम देकर अस्थिरता फैलाना चाहते थे. उनकी योजना इसके जरिए पूरे गलियारे में अव्यवस्था का माहौल बनाना था, जिससे लोग भड़क जाएं और बवाल शुरू हो जाए. इसके लिए पश्चिम बंगाल में आतंकी संगठन का एक स्लीपर सेल अगस्त में एक्टिव किया गया था, जो अंदर ही अंदर लगातार योजना बनाने के साथ ही लोगों को भड़का रहा था.
हिंदू नेताओं की हत्या करके फैलाना था बवाल
अंसार-अल-इस्लाम के 8 आतंकी केरल, असम औरपश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में गिरफ्तार किए गए हैं. पश्चिम बंगाल पुलिस के ADG सुप्रतिम सरकार के मुताबिक, मुर्शिदाबाद में दबोचो गए दो आतंकियों के पास मिली 16 GB की पेन ड्राइव और जिहादी दस्तावेजों से पूरी योजना का खुलासा हुआ है. अब्बास अली और मिनारुल शेख नाम के इन आतंकियों के पास दक्षिण और उत्तर बंगाल के संवेदनशील इलाकों के साथ ही नॉर्थ ईस्ट के सात राज्यों में अस्थिरता फैलाने और बवाल शुरू करने की योजना थी. इसके लिए उन्होंने मुर्शिदाबाद और अलीपुरद्वार जिलों में ठिकाने बनाए थे. उनकी योजना नॉर्थ-ईस्ट और पश्चिम बंगाल में प्रमुख हिंदू नेताओं की हत्या करना था ताकि इलाके में हिंदु-मुस्लिम बवाल भड़क जाए. इसके लिए बांग्लादेश में 2015 में एक ब्लॉगर की हत्या जैसे हमलों को अंजाम दिया जाना था. उनकी योजना में आत्मघाती हमले करना भी शामिल था. सरकार ने बताया कि आतंकियों के साथ अभी पूछताछ जारी है, जिससे और ज्यादा जानकारी मिलने के आसार हैं.
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Bangladesh के कट्टरपंथियों की घिनौनी साजिश, भारत की 'चिकन नेक' काटने आए थे 8 आतंकी