Bangladesh Hindu Attacks: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ चल रही हिंसा के खिलाफ वैश्विक स्तर पर चिंता की लहर बढ़ती जा रही है. ब्रिटेन की संसद तक में यह मुद्दा उठ चुका है. अब अमेरिका में भी इसके खिलाफ राष्ट्रपति भवन यानी व्हाइट हाउस के करीब बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी की जा रही है. इसके बावजूद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार कट्टरपंथियों से लेकर चीन-पाकिस्तान तक के दबाव में अपना भारत विरोधी एजेंडा छोड़ने को तैयार नहीं है. अब यूनुस सरकार ने एक और ऐसा कदम उठाया है, जिससे भारत को बड़ा झटका लगने जा रहा है. यूनुस सरकार ने शेख हसीना के कार्यकाल में भारत के साथ किए गए मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी से जुड़े एक समझौते को रद्द कर दिया है. इस समझौते से भारत अपने नॉर्थईस्ट राज्यों में इंटरनेट की स्पीड और कवरज बढ़ाने की जुगत भिड़ा रहा था, लेकिन अब यह उम्मीद टूट गई है. उधर, बांग्लादेश में शुक्रवार को फिर से एक और इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ है, जबकि ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI बांग्लादेश में मौजूद रोहिंग्या शरणार्थियों में से भारत के खिलाफ आतंकी तैयार करने में जुटी हुई है.
आइए पढ़ते हैं भारत के खिलाफ बांग्लादेश में चल रहे काले एजेंडे से जुड़े 5 पॉइंट्स-
1- किसलिए किया था शेख हसीना सरकार से भारत ने इंटरनेट समझौता
भारत के नॉर्थ-ईस्ट इलाके के कई राज्यों में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत अच्छी नहीं है. इसी कारण भारत ने बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के दौरान एक समझौता किया था. इस समझौते के तहत बांग्लादेश का उपयोग रीजनल डिजिटल हब के तौर पर किया जाना था, जिसमें बांग्लादेशी सीमा पर इंटरनेट सर्किट स्थापित कर नॉर्थ ईस्ट राज्यों में डेटा ट्रांसमिशन के लिए 'बैंडविड्थ ट्रांजिट' सुविधा देनी थी. यह काम भारती एयरटेल (Airtel) को बांग्लादेशी कंपनियां समीट कम्युनिकेशंस और फाइबर एट होम के साथ मिलकर करना था. यह प्रस्ताव इन कंपनियों ने बांग्लादेश टेलीकम्युनिकेशन रेगुलेटरी कमीशन (BTRC) के सामने पेश किया गया था, जिसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई थी.
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2- अब क्या दिया जा रहा है यह समझौता तोड़ने के लिए तर्क
यूनुस सरकार ने अब इस समझौते की सैद्धांतिक मंजूरी खत्म कर दी है. BTRC ने इसे रद्द करने का आदेश जारी करते हुए इससे बांग्लादेश को कोई आर्थिक लाभ नहीं होने का तर्क दिया है. हालांकि यह फैसला केवल भारत विरोधी नहीं है. दरअसल इस ट्रांजिट लिंक को तैयार करने के लिए एयरटेल के साथ जुड़ी कंपनी समीट कम्युनिकेशंस के चेयरमैन मोहम्मद फारिद खान का शेख हसीना की अवामी लीग से भी नाता है. वे अवामी लीग के सांसद फरीक खान के छोटे भाई हैं. यह भी यूनुस सरकार के फैसले का कारण माना जा रहा है.
3- तेल डालकर जला दी गई इस्कॉन मंदिर की मूर्तियां
बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की भीड़ ने एक बार फिर इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया है. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने बताया कि ढाका के नमहट्टा स्थित इस्कॉन मंदिर में चरमपंथियों की भीड़ ने हमला किया है. उन्होंने कहा कि नमहट्टा के मंदिर में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात चरमपंथी मुस्लिमों ने हमला करने के बाद सारी मूर्तियों पर तेल छिड़ककर आग लगा दी है. पूरा मंदिर जला दिया गया है. ये मंदिर ढाका जिले के तुराग पुलिस थाने के अंतर्गत धौर गांव में स्थित है. वैष्णव संप्रदाय से जुड़े लोगों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं. इस्कॉन इन घटनाओं की जानकारी लगातार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को दे रहा है, लेकिन पुलिस-प्रशासन इन्हें नहीं रोक रहा है.
4- अमेरिका में होगा हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के खिलाफ अमेरिका में भी चिंता जताई गई है. भारतीय मूल के अमेरिकियों ने इसके खिलाफ वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के करीब और शिकागो में अगले दो दिन के दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन आयोजित करने का ऐलान किया है. यह प्रोटेस्ट मार्च हिंदू एक्शन संगठन की तरफ से व्हाइट हाउस के पास 'बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार' नाम से सोमवार को आयोजित होगा, जबकि रविवार को शिकागो में 'नरसंहार रोकें: बांग्लादेश में हिंदुओं की जान बचाएं' के नाम से किया जाएगा. इनमें अमेरिका के नामी-गिरामी भारतीय लीडर मौजूद रहेंगे.
5- बांग्लादेश की धरती पर ISI की 'रोहिंग्या साजिश'
बांग्लादेश की धरती पर कट्टरपंथियों के दबाव में फंसी मुहम्मद यूनुस सरकार ने अब पाकिस्तान को खुलकर मनमानी करने की छूट दे दी है. इससे वहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI एक्टिव हो गई है. जी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में पाकिस्तान रोहिंग्या शरणार्थियों को आतंकी बना रहा है. करीब 250 रोहिंग्याओं को आतंकी बनने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसके लिए सऊदी अरब और मलेशिया से करीब 2.8 करोड़ रुपये की फंडिंग हुई है. इन रोहिंग्या आतंकियों को भारत में हमले करने के लिए तैयार किया जा रहा है.
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