डीएनए हिंदी: ओलंपिक चैंपियन और देश के दिग्गज रेसलर बजरंग पूनिया ने अपील की है कि एक बार फिर से कुश्ती से जुड़ी प्रतियोगिताएं कराई जाएं क्योंकि पेरिस ओलंपिक के लिए बेहद कम वक्त बचा है. 7 महीने बचे हैं और खेल गतिविधियों को शुरू करने की जरूरत है.
बजरंग पूनिया ने WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के सहयोगी संजय सिंह के अध्यक्ष विजेता पैनल को मंत्रालय द्वारा निलंबित किए जाने के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ और खेल मंत्रालय के बीच चल रहे मतभेद पर चिंता व्यक्त की.
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कई महीनों से ठप पड़ी है कुश्ती प्रतियोगिता
बजरंग पूनिया ने एक्स पर पोस्ट किया, 'कुश्ती का काम पिछले कई महीनों से ठप पड़ा हुआ है. खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए न तो कोई नेशनल आयोजित किया गया है और न ही कोई कैंप लगाया गया है. 7 महीने बाद ओलंपिक खेल हैं लेकिन ओलंपिक को लेकर कोई भी गंभीर नहीं दिख रहा है जबकि कुश्ती ने पिछले चार ओलंपिक में लगातार चार पदक दिलाए हैं.'
'खिलाड़ियों के भविष्य पर ध्यान दे सरकार'
बजरंग पूनिया ने बृजभूषण के वफादार संजय सिंह के चुनाव के विरोध में अपना पद्मश्री लौटाने का फैसला किया था. उन्होंने कहा कि ओलंपिक की तैयारी पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने मंत्रालय को खिलाड़ियों के भविष्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया.
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'खिलाड़ियों का बचा लीजिए भविष्य'
बजरंग पूनिया ने कहा, 'खेल मंत्रालय से अनुरोध है कि कुश्ती की सभी गतिविधियां जल्द से जल्द शुरू की जाएं ताकि खिलाड़ियों का भविष्य बचाया जा सके.' भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के लिए नवनियुक्त तदर्थ समिति ने शुक्रवार को WFI कार्यालय को पूर्व अध्यक्ष और BJP सांसद (सांसद) बृज भूषण शरण सिंह के आवास से बाहर ट्रांसफर कर दिया. (इनपुट: IANS)
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'बचा लें खिलाड़ियों का भविष्य,' बजरंग पूनिया ने खेल मंत्रालय से क्यों कहा?