डीएनए हिंदी: Phone Hacking Controversy Updates- विपक्षी नेताओं की तरफ से सरकार पर उनके फोन हैक करने की कोशिश का आरोप लगाया है. आरोप लगाने वालों में कांग्रेस और टीएमसी समेत कई अन्य पार्टियों के नेता भी शामिल हैं. इसे लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस विवाद को लेकर मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने कहा कि हमारे कुछ ऐसे भी आलोचक हैं, जो देश की प्रगति को पचा नहीं सकते. एप्पल खुद इसे लेकर स्पष्टीकरण दे चुकी है कि इस तरह के अलर्ट महज अनुमान के आधार पर भेजे जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने साथ ही इस मुद्दे को बेहद गंभीर भी माना और कहा कि सरकार इसकी तह तक जांच कराएगी.
एप्पल के पास खुद इस बारे में कोई जानकारी नहीं
केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, कुछ सांसदों ने अपने पास एप्पल का अलर्ट आने का मुद्दा उठाया है. इस बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इसे लेकर बेहद गंभीर है और हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे. उन्होंने कहा, इस मुद्दे की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. हालांकि एप्पल के पास खुद इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. एप्पल का कहना है कि उसने महज अनुमान के आधार पर 150 देशों में ये सूचना जारी की है.
#WATCH भोपाल: केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "कुछ सांसदों ने जो मुद्दा उठाया है कि उनके पास एप्पल से एक अलर्ट आया है। उसके बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है, हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। जांच… pic.twitter.com/qnH1YbrhgN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2023
'विपक्ष पर जब कोई मुद्दा नहीं रहता, तब वे सर्विलान्स की बात करने लगते हैं'
वैष्णव ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा, इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं, जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है. ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते. उन्होंने कहा, जब भी इन आलोचकों पर कोई प्रमुख मुद्दा नहीं रहता तो वे केवल एक बात कहते हैं कि उन पर सर्विलान्स से नजर रखी जा रही है. ये लोग कुछ साल पहले भी ऐसी कोशिश कर चुके हैं. हमने तब भी पूरी तरह जांच कराई थी और न्यायपालिका की देखरेख में यह सब किया गया था, लेकिन कुछ भी सामने नहीं आया था. वैष्णव ने कहा, इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं, जिन्होंने कहा था कि उनके दो बच्चों के फोन हैक कर लिए गए थे, लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ था. यह एक ऐसा झूठ है, जिसे कुछ आलोचक फैलाने की कोशिश करते रहते हैं.
क्या है पूरा विवाद
दरअसल तृणमूल कांग्रेस की विवादों में चल रहीं सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पवन खेड़ा और शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेताओं ने फोन हैकिंग का आरोप लगाया है. इन नेताओं का कहना है कि उनके एप्पल फोन पर मैसेज आया है, जिसमें लिखा है कि सरकारी हैकर उनका फोन हैक कर रहे हैं. कैश फॉर क्वेरी केस में घिरीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, आप सांसद राघव चड्ढा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के फोन में भी ऐसा ही अलर्ट आया है. साथ ही AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी ये अलर्ट मिलने का दावा किया है.
Opposition leaders TMC's Mahua Moitra, Shiv Sena's (UBT) Priyanka Chaturvedi and Congress leaders Shashi Tharoor and Pawan Khera say they have received warnings from their phone manufacturer about "state-sponsored attackers trying to compromise their phone" pic.twitter.com/ecQcIenHOT
— ANI (@ANI) October 31, 2023
पढ़ें- विपक्षी नेताओं का आरोप, 'सरकारी हैकर्स हमारे फोन को कर रहे हैं हैक, कंपनी ने भेजा मैसेज'
एप्पल ने कर दिया है खंडन
हालांकि एप्पल ने विपक्षी नेताओं के इस दावे का खंडन कर दिया है. एप्पल कंपनी के टेक्निकल सपोर्ट पेज पर कहा कि एप्पल के कुछ अलर्ट झूठी चेतावनी भी हो सकते हैं. ऐसी सूचना जारी होने का कारण हम नहीं बता सकते हैं. यदि वजह बताते हैं तो आगे हैकर्स को सावधान होने और बचने में मदद मिल सकती है.
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'हमारे कुछ आलोचक हैं, जो देश की प्रगति नहीं पचा सकते' जानिए फोन हैकिंग विवाद में क्या बोले संचार मंत्री वैष्णव