Andhra Pradesh Hospital Gas Leak: आंध्र प्रदेश के तटीय शहर विशाखापट्टनम में बड़ा हादसा हुआ है. विशाखापट्टनम के अनाकापल्ली इलाके में एक फार्मा प्लांट में जहरीली हाइड्रोजन क्लोराइड (HCL Gas) गैस लीक (Visakhapatnam Gas Leak) हो जाने के कारण 1 व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 9 लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. टैगोर लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में हुए इस हादसे में सात लोगों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, लेकिन 1 व्यक्ति अब भी जिंदगी-मौत से जूझ रहा है. प्लांट मैनेजर पर हादसे को गंभीरता से नहीं लेने और इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट कहकर दबाए रखने का आरोप लगाया जा रहा है. फिलहाल विशाखापत्तनम पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है.
400 लीटर क्लोरोफार्म अचानक टैंक से बिखरने पर हुआ हादसा
सूत्रों के हवाले से NDTV की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह हादसा उस समय हुआ, जब HCL और बेहोश करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली क्लोरोफॉर्म (Choloroform) के कॉम्बिनेशन वाला लिक्विड अचानक बह गया. यह कॉम्बिनेशन रंगहीन ठोस लिक्विड होता है, जिसका इस्तेमाल इंडस्ट्रीज और मेडिकल सेक्टर में सॉल्वेंट के तौर पर किया जाता है. यह बेहद अस्थिर लिक्विड माना जाता है, इसलिए इसे ट्रांसफर करने में बहुत सावधानी की जरूरत होती है.
#WATCH | Andhra Pradesh: Former Andhra Pradesh Minister and YSRCP leader Gudivada Amarnath met the people injured in an incident of gas leak at a Pharma company in Paravada, Anakapalli. pic.twitter.com/YLKrBjIaxV
— ANI (@ANI) November 27, 2024
प्लांट मैनेजर ने दबाया मामला, अस्पताल ने बताया तो मचा हड़कंप
सूत्रों के मुताबिक, प्लांट मैनेजर ने इस हादसे को दबाने की कोशिश की. जहरीला लिक्विड बिखरने से प्लांट में आग लग गई, जिसे कास्टिक सोडा डालकर बुझाने की कोशिश की गई. इसके चलते ज्यादा लोग जहरीली गैस की चपेट में आ गए. हालांकि जब लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया तो वहां से इस घटना की सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गई. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
क्या बताया गया है हादसे के बारे में
हादसे को लेकर एक प्रेसनोट जारी किया गया है. इस प्रेसनोट के मुताबिक,'कंपनी के प्रॉडक्शन प्लांट में रिएक्टर-कम-रिसीवर टैंक (GLR-325) से अचानक 400 लीटर HCL लिक्विड अवस्था में लीक हो गई और नीचे फर्श पर बिखर गई. इसे किसी ने भी ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया. रात में शिफ्ट में मौजूद 10 लोगों ने सांस लेने में तकलीफ होने और खांसी उठने की शिकायत की. उन्हें कंपनी ने विशाखापत्तनम के गाजुवाका स्थित पवन साई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां से 3 लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें शीलानगर के KIMS हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया. वहां 23 साल के अमित की मौत हो गई, जो ओडिशा का मूल निवासी था और कंपनी में हेल्पर के तौर पर काम करता था. दो लोगों को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है, जबकि 7 लोगों की हालत पूरी तरह सामान्य है. हालांकि उनकी निगरानी की जा रही है.
ज्यादा लोग आ सकते थे चपेट में
कंपनी सूत्रों के मुताबिक, इस हादसे के चलते जहरीली गैस की चपेट में ज्यादा लोग आ सकते थे, क्योंकि इस शिफ्ट में 180 लोग काम कर रहे थे. हालांकि हादसे से ठीक पहले छुट्टी हो जाने के कारण केवल 10 लोग ही फर्श पर बिखरे हुए लिक्विड को साफ करने के लिए ठहर गए थे और बाकी घर चले गए थे. यदि ऐसा नहीं होता तो ज्यादा लोग जहरीली गैस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा सकते थे.
पिछले सप्ताह महाराष्ट्र में हुआ था ऐसा ही हादसा
महाराष्ट्र के सांगली जिले में भी पिछले सप्ताह 22 नवंबर को ऐसा ही हादसा हुआ था, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई थी और 9 गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. यह हादसा सांगली के एक फर्टिलाइजर प्लांट में गैस लीक होने के चलते हुआ था. कादेगांव पुलिस थाने के सीनियर इंस्पेक्टर संग्राम शेवाले के मुताबिक, इस गैस लीक की चपेट में 12 लोग आए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में दो महिला वर्कर्स और एक सिक्योरिटी गार्ड की मौत हो गई, जबकि 9 लोगों का इलाज चल रहा है.
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फार्मा प्लांट में गैस लीक से 1 की मौत और 9 लोग अस्पताल पहुंचे, आंध्र प्रदेश में हुआ बड़ा हादसा