डीएनए हिंदी : बीते हफ्ते पेश हुई पांचवे नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में (NFHS-5) की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. सर्वे के मुताबिक पंजाब के 67% पुरुषों का मानना है कि अगर उसकी पत्नी उसे किसी कारण से शारीरिक संबध बनाने से मना करे तो भी उसे जबरन संबध बनाने का अधिकार है. इतना ही नहीं, पंजाब के 71 प्रतिशत पुरुषों का ये भी मानना है कि ऐसी स्थिति में उन्हें किसी और स्त्री से संबध बनाने का भी अधिकार है.
80% से अधिक महिलाएं मानती हैं पति को सेक्स के लिए मना करना है सही
NFHS-5 सर्वे में एक सवाल यह भी था कि किसी महिला का अपने पति के साथ किसी यौन जनित रोग, पति के किसी और के साथ संबध होने और मन न होने की स्थिति में शारीरिक संबध न बनाना कितना सही है. देश की 80 प्रतिशत महिलाएं मन न होने को यौन संबध न बनाने का पर्याप्त कारण मानती हैं. वहीं पुरुषों की बात करें तो महज 65 प्रतिशत इन कारणों से सहमत हैं. इस पैमाने पर दिल्ली(94.1%, हिमाचल (90 %),उत्तराखंड ,गोआ (89.8%) और छत्तीसगढ (88.1%)की महिलाएं सबसे मुखर हैं. वहीं इस मामले में गोवा में सबसे अधिक 93.1% पुरुषों ने अपनी बात रखी.
No to Sex: भारत की 82% महिलाएं अपने पति से सेक्स के लिए कह सकती हैं 'ना': रिपोर्ट
67 प्रतिशत पंजाब के पुरुषों का मानना, शादी के बाद जबरन संबध सही
पत्नी के मना करने पर सम्बन्ध बनाने की बात पर देश के 12.2 % पुरुषों का मानना था कि अगर पत्नी किसी कारण से शारीरिक संबध बनाने से मना करे तो उन्हें जबरन संबध बनाने का अधिकार है. राज्यवार बात करें तो, पंजाब के 67 प्रतिशत पुरुषों का मानना था कि जबरन सबंध बनाना सही है. इस मसले में कर्नाटक (30.4 %) के पुरुषों का भी यही मानना था. हालांकि इस मामले में कुछ राज्यों के पुरुषों के विचार अलग हैं. उड़ीसा (2.5%), दिल्ली (3.3%), नागालैंड (4.4 %), गोवा (3.4 % ), पुड्डेचरी(3.8 %),नागालैंड( 4.4 %) और गुजरात (4.5 %) जैसे राज्यों में जबरन संबध बनाने को सही मानने वाले पुरुषों की संख्या अपेक्षाकृत कम हैं.
पत्नी का इंकार , तो अन्य महिला से संबध बनाने का अधिकार
NFHS-5 सर्वे में 12.6 प्रतिशत पुरुषों का यह भी मानना था कि पत्नी के इंकार के बाद उन्हे ये हक है कि वो किसी अन्य स्त्री के साथ संबध बना लें. पंजाब (71.3%)और चंडीगढ़ (67.1%) इस पैमाने पर भी देश के पुरुषों से कहीं आगे हैं.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
- Log in to post comments