फिल्म इंडस्ट्री से लेकर देश की राजनीति के केंद्र में धाक जमाने वाली महिला नेताओं को याद करें तो सबसे पहला नाम सामने आता है तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और स्वर्गीय जे.जयाललिता का. आज यानी 24 फरवरी को जयाललिता (J. Jayalalithaa) की जन्म जयंती है. उनका जन्म 1948 में हुआ था और उन्होंने एक छोटे से घर से तमिलनाडु (Tamilnadu) की सर्वोच्च सत्ता का सफर तय किया था.
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जयाललिता को राजनीति की परिपक्व नेता माना जाता था. वो पांच बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं थीं. जयललिता 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री और राज्य की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं. इसके बाद मई 2001 से सितंबर 2001, मार्च 2002 से मई 2006, मई 2011 से सितंबर 2014, 23 मई 2015 से 22 मई 2016 और 23 मई 2016 से 5 दिसंबर 2016 तक मृत्यु तक सीएम पद पर रहीं.
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जयाललिता मूल रूप से फिल्मों में काम करती थीं. कन्नड भाषा में उनकी पहली फिल्म 'चिन्नाडा गोम्बे' है जो 1964 में रिलीज की गई थी. उसके बाद जयललिता ने तमिल फिल्मों में भी कई अभिनय किए. उन्होंने लगभग 300 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्होंने तमिल, कन्नड के अलावा हिन्दी, अंग्रजी और तेलुगु फिल्मों में भी काम किया था.
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जयललिता तमिलनाडु की राजनीति में सबसे लोकप्रिय नेता बनकर उभरी थीं. तमिलनाडु की जनता के बीच उन्हें अम्मा का दर्जा हासिल था. उन्होंने 1982 में AIADMK की सदस्यता लेकर राजनीति में कदम रखा था. उन्होंने एमजी रामचंद्रन के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा था.
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गौरतलब है कि तमिलनाडु की सरकार ने जयललिता की जयंती को ‘बालिका संरक्षण दिवस’ के तौर पर मनाने का फैसला किया था. जयललिता के नेतृत्व में पिछले विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर AIADMK ने इतिहास बनाया था.
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जयाललिता एक ऐसी राजनेता थीं जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपयी की सत्ता की जड़ें हिला दी थीं और महज 13 महीने की केंद्र की वाजपयी सरकार केवल एक वोट से गिरवा दी थी. मार्च 1999 में एक चाय पार्टी में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और जयललिता की एक मुलाकत से वाजपयी सरकार हिल गई थी हुई और इस चाय पार्टी में ही जयाललिता वाजपेयी सरकार से समर्थन वापस लेने के लिए राजी हो गईं. नतीजा यह हुआ कि एक वोट से सरकार गिरने के चलते जयललिता इतिहास में दर्ज हो गईं. हालांकि दोबारा हुए आम चुनाव में एनडीए सरकार बनी.