Mumbai News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 'स्लीपर सेल्स' की भूमिका सामने आई थी. इसके चलते महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) सरकार ने आतंकी संगठनों के लिए छिपकर काम करने वाले ऐसे स्लीपर सेल्स से निपटने के लिए एक खास कदम उठाया है. चलिए आपको बताते हैं कि सरकार की क्या योजना है.
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महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस (Mumbai Police) में जॉइंट पुलिस कमिश्नर का एक और पद सृजित करने का निर्णय लिया है, जिसका काम स्लीपर सेल्स के खिलाफ इंटेलिजेंस जुटाकर उन्हें पकड़ना होगा. इसके साथ ही मुंबई पुलिस में अब जॉइंट कमिश्नर के कुल 6 पद हो जाएंगे. महाराष्ट्र सरकार के एक टॉप सोर्स के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह कदम पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में स्लीपर सेल्स की भूमिका को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है.
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भारत की 'आर्थिक राजधानी' कहलाने वाले मुंबई में आतंकी हमलों का लंबा इतिहास रहा है. मुंबई में 12 मार्च, 1993 को 12 जगह सीरियल बम धमाकों में 257 लोगों की जान गई थी. साल 2006 में भी मुंबई की लोकल ट्रेनों में 7 बम धमाके हुए थे, जिनमें 210 लोगों की मौत हो गई थी. 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में देश के सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक हुआ था, जिसमें समंदर के रास्ते आए 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने पूरी रात मौत का तांडव मचाया था. इस दौरान 166 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा भी मुंबई में आतंकवाद से जुड़ी छिटपुट घटनाएं होती रही हैं.
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महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई पुलिस में जॉइंट कमिश्नर का जो नया पद सृजित करने का निर्णय लिया है, उसे जॉइंट कमिश्नर (स्पेशल ब्रांच) कहा जाएगा. मुंबई पुलिस में जॉइंट कमिश्नर का पद IG रैंक का होता है. नए JCP की जिम्मेदारी आतंकियों से जुड़ी हुई इंटेलिजेंस जुटाना और फिर उन पर अन्य टीमों के साथ मिलकर काम करने की होगी.
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फिलहाल आतंकियों से जुड़ी इंटेलिजेंस जुटाने की जिम्मेदारी एडिशनल कमिश्नर (स्पेशल ब्रांच) संभालते हैं, जो जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) को रिपोर्ट करते हैं. फिर JCP (L &A) उसकी जानकारी मुंबई पुलिस कमिश्नर (Mumbai Police Commissioner) को देते हैं. इसमें काफी समय चला जाता है. अब स्पेशल ब्रांच का जॉइंट कमिश्नर सीधे मुंबई पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट करेगा, जिससे किसी भी इंटेलिजेंस पर तेजी से एक्शन हो पाएगा.
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रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जॉइंट कमिश्नर (स्पेशल ब्रांच) का पद बनाने की कवायद पहले से चल रही थी, लेकिन कुछ लोग इसके खिलाफ थे. हालिया पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Tension) ने सारे विरोध को एक किनारे कर दिया, जिससे इस पर तेजी से फैसला हो गया. सूत्र के मुताबिक,'हाल ही में एक मीटिंग में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस को उन स्लीपर सेल्स को ट्रैक करने का आदेश दिया था, जो पाकिस्तान के लिए चुपके से काम कर रहे हैं. इसके लिए, यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि खुफिया जानकारी जुटाने का काम सही तरीके से हो. इस कारण यह फैसला तत्काल हो गया है.'
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फिलहाल मुंबई पुलिस में जॉइंट कमिश्नर के 5 पद हैं, जो कानून-व्यवस्था, अपराध, प्रशासन, आर्थिक अपराध और ट्रैफिक से जुड़ी जिम्मेदारियां संभालते हैं. मुंबई पुलिस में एक स्पेशल कमिश्नर की भी पोस्ट है, जिसे ये सभी JCP रिपोर्ट करते हैं. स्पेशल कमिश्नर का पद ADG रैंक का होता है. स्पेशल कमिश्नर JCP से मिली रिपोर्ट आगे मुंबई पुलिस कमिश्नर देते हैं. मुंबई पुलिस में फिलहाल स्पेशल कमिश्नर की पोस्ट खाली पड़ी हुई है. इसके चलते सभी जॉइंट कमिश्नर सीधे मुंबई पुलिस कमिश्नर देवेन भारती को रिपोर्ट करते हैं. छठा जॉइंट कमिश्नर भी सीधे पुलिस कमिश्नर को ही रिपोर्ट करेगा.
Short Title
आतंक पर होगी नई मार, Mumbai Police में अब 5 नहीं 6 होंगे जॉइंट CP, जानें क्या का
mumbai police new joint commissioner post to keep tabs on terror groups sleeper cell jaish e mohammed lashkar e taiba Lashkar e Tayyiba pahalgam attack Read Maharashtra News